-बोले, एसार ग्रुप के शशि रूइया से कभी नहीं मिला, कोई साबित कर दे तो ले लूंगा राजनीति से संन्यास

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PATNA : जब अभी तक महागठबंधन में सीटों का बंटवारा नहीं हुआ है तो मैंने मोतिहारी सीट कैसे नौ करोड़ में बेच दी? यह सवाल पूर्व केंद्रीय मंत्री सह रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस में उठाया. साथ ही उन्होंने स्वीकार किया कि पार्टी से निष्कासित प्रदीप मिश्रा से 90 लाख रुपए लिए हैं. उल्लेखनीय है कि प्रदीप मिश्रा ने मंगलवार को आरोप लगाया था कि कुशवाहा के बैंक अकाउंट में 45-45 लाख रुपए के दो चेक जमा किए थे.

नागमणि ने लगाया था आरोप

कुशवाहा ने पार्टी के पूर्व कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष नागमणि के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि वह एसार गु्रप के शशि रुइया और रवि रुइया से कभी नहीं मिले. अगर कोई यह साबित कर देगा तो राजनीति से संन्यास ले लेंगे. नागमणि ने मंगलवार को आरोप लगाया था कि रालोसपा के राष्ट्रीय महासचिव माधव आनंद को मोतिहारी की सीट नौ करोड़ रुपए में बेच दी गई है. नौ करोड़ रुपए एसार ग्रुप ने उन्हें दिए थे. माधव आनंद एसार ग्रुप के लाइजनिंग ऑफिसर हैं.

पैसा लेना अपराध नहीं

प्रदीप मिश्रा के आरोपों पर कुशवाहा ने कहा कि मिश्रा ने खुद कहा है कि यह रकम उन्होंने पार्टी टिकट के लिए नहीं दी थी. कुशवाहा को जरूरत थी, इस कारण 90 लाख रुपए दिए थे. कुशवाहा ने कहा कि जरूरत पड़ने पर तो कोई भी किसी से पैसा लेता है. यह कोई अपराध नहीं है, और न ही भ्रष्टाचार. प्रदीप मिश्रा के पार्टी पर 10 से 15 करोड़ रुपए खर्च करने के आरोप का जवाब देते हुए कहा कि इसका तो वही हिसाब देंगे कि कितनी राशि खर्च की. पार्टी पर तो कोई भी पार्टी पदाधिकारी पैसा खर्च कर सकता है.

विदेश घूमने की औकात नहीं

जहां विदेश दौरा कराने की बात है तो वाकई मेरी विदेश घूमने की औकात नहीं है. प्रदीप मिश्रा ने मुझे विदेश घुमाने का न्योता दिया तो मैं उनके साथ विदेश गया. यह भी कोई अपराध या भ्रष्टाचार नहीं है. मैं खुद उनके साथ विदेश जाने की बात स्वीकार कर रहा हूं. कुशवाहा ने कहा कि इन आरोपों का सूत्रधार कोई और है. समय आने पर उसका नाम सार्वजनिक करूंगा. इससे फिर सूबे की राजनीति गरमा गई है.