-बिहार में लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 4 सीटों के लिए 44 कैंडिडेट्स के भाग्यविधाता बनेंगे 70.37 लाख मतदाता

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PATNA : गया, औरंगाबाद, नवादा और जमुई लोकसभा सीट पर गुरुवार को वोटिंग होगी. मंगलवार को इन क्षेत्रों के लिए प्रचार का शोर खत्म हो गया. बुधवार को कैंडिडेट्स मतदाताओं के दरवाजे पर वोट मांगने के लिए दस्तक दे सकते हैं. चुनाव आयोग ने निष्पक्ष, शांतिपूर्ण और बिना किसी रुकावट के मतदान के लिए तैयारियां पूरी कर ली है. सुरक्षा के भी मुकम्मल इंतजाम किए गए हैं. 11 अप्रैल को मतदान वाले क्षेत्रों में सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की गई है ताकि मतदाता मतदान कर इस लोकतंत्र के महापर्व में अपनी हिस्सेदारी प्रमुखता से निभा सकें.

7486 बूथ पर वोटिंग

पहले चरण के चुनाव में 44 उम्मीदवारों का फैसला 70.37 लाख मतदाता करेंगे. औरंगाबाद में नौ, गया में 13, नवादा में 13 और जमुई में नौ यानी कुल 44 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं. चार संसदीय क्षेत्रों में कुल मतदाताओं की संख्या 70 लाख 37 हजार 966 है. इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 36 लाख 83 हजार 885 है जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 33 लाख 53 हजार 809 है. वहीं थर्ड जेंडर की संख्या 272 है. जमुई (सुरक्षित) संसदीय सीट के लिए शहरी क्षेत्र में 160 एवं ग्रामीण क्षेत्र में 1690 बूथ बनाए गए हैं. नवादा के लिए शहरी क्षेत्र में 156 एवं ग्रामीण में 1743, गया (सुरक्षित) के लिए शहरी क्षेत्र में 340 एवं ग्रामीण क्षेत्र में 1432 एवं औरंगाबाद के लिए शहरी क्षेत्र में 129 एवं ग्रामीण क्षेत्र में 1836 पोलिंग बूथों का गठन किया गया है.

दो हेलीकॉप्टर से हवाई निगरानी

पुलिस अधिकारियों और सीपीएफ (सेंट्रल पुलिस फोर्स) ने आयोग को मुकम्मल सुरक्षा इंतजाम का भरोसा दिया है. एंटी नक्सल अभियान में तैनात सुरक्षाबल लगातार कार्रवाई सुनिश्चित करने में जुटे हैं. दो हेलीकॉप्टर से निगरानी में लगाया गया है. अतिरिक्त सुरक्षा बलों को भी अभियान में लगाया गया है. जमुई, औरंगाबाद, गया और नवादा संसदीय निर्वाचन क्षेत्र के सभी संवेदनशील स्थलों को स्थानीय स्तर पर चिह्नित कर लिया गया है. अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी संजय कुमार सिंह ने कहा कि प्रथम चरण के सभी संसदीय क्षेत्रों में ऐहतियातन जांच-पड़ताल एवं कार्रवाई शुरू कर दी गई है.

संवेदनशील इलाकों में फ्लैग मार्च

मतदान के पूर्व सभी संवेदनशील इलाकों में सुरक्षाकर्मियों द्वारा फ्लैग मार्च किया जाएगा. मार्च मतदाताओं में विश्वास जगाने के लिए किया जाएगा, ताकि वे निर्भय होकर बूथों तक पहुंचें और अपने मताधिकार का प्रयोग करें.