कानपुर। राजनीति को लेकर सिर्फ नेता ही होशियार नहीं है, आज के युवा भी नेताओं की राजनीति को समझने लगे हैं। वो जानते हैं कि कौन सा नेता अपना भला करने आया है और कौन देशवासियों का। लोकसभा चुनाव 2019 में यूथ अपने वोट की चोट से ऐसे नेताओं को सबक सिखाएगा जो सिर्फ अपने फायदे के लिए ही चुनाव लड़ते हैं। शहर के युवा इस बार अपना वोट किसी ऐसे नेता को देने वाले नहीं है जिससे बाद में उन्हें यह फील हो कि उनके वोट से कोई गलत प्रत्याशी जीत गया। शुक्रवार को देश के कई शहरों में युवाओं ने दैनिक जागरण आईनेक्स्ट और रेडियो सिटी के 'मिनेलियल्स स्पीक' में करप्शन, वीमेन सिक्योरिटी, नेशनल सिक्योरिटी, एजुकेशन जैसे मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी।

भ्रष्टाचार और शिक्षा व्यवस्था पर हुई चर्चा

शुक्रवार को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट और रेडियो सिटी की टीम पटना में मिलेनियल्स के मुद्दों को जानने के लिए अनीसाबाद के टेक्निकल क्लब में पहुंची। चर्चा के दौरान सबसे पहले मुकेश कुमार ने सरकार को शिक्षा व्यवस्था और रोजगार पर ध्यान देने की बात कही। इसके अलावा यहां अन्य युवाओं ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भी चर्चा की।

 


प्राइमरी स्कूल में अपने बच्चों को पढ़ाएं सरकारी अधिकारी
दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर से 'मिलेनियल्स स्पीक' में शुक्रवार को युवाओं ने अपनी समस्या पर प्रयागराज में इलाहबाद यूनिवर्सिटी के जीएन झा हॉस्टल में चर्चा की। यहां लोगों ने कहा कि शिक्षा व्यवस्था में सुधार होना चाहिए और ये तभी हो सकता है, जब सरकारी अधिकारी अपने बच्चों को भी प्राइमरी स्कूल में पढ़ाएं।

 


भविष्य को ठीक करने वाला चाहिए नेता
गोरखपुर में दैनिक जागरण आई नेक्स्ट और रेडियो सिटी की टीम शुक्रवार को युवाओं के कड़क मुद्दों पर चर्चा करने के लिए जिला महिला अस्पताल में पहुंची। यहां युवाओं ने कहा कि भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले को हम अपना वोट नहीं देंगे, वह अपना वोट उसी को देंगे, जो उनके भविष्य को ठीक करेगा।

 


राजनीतिक पार्टियों को गलत भाषा का नहीं करना चाहिए इस्तेमाल
लखनऊ में दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर से 'मिलेनियल्स स्पीक' में शुक्रवार की चर्चा के लिए हम विकास नगर के मान-सम्मान निधि लिमिटेड में पहुंचे। यहां निखिल शर्मा ने कहा कि किसी भी पार्टी को जाति या धर्म के नाम पर वोट नहीं मांगना चाहिए, उन्हें रोजगार और अविष्कार पर ध्यान चाहिए। इसके अलावा अन्य लोगों ने कहा कि किसी भी  राजनीतिक पार्टी को गलत भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।