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PATNA: वोटर उत्साह से घर से वोट देने निकले. लेकिन मतदान केन्द्र पर पहुंचने के बाद न सिर्फ निराशा हुई बल्कि मतदान करने से ही वंचित रह गए. लोकसभा चुनाव के 7वें चरण में वोटर लिस्ट में नाम और वोटर कार्ड होने के बाद भी कई लोग मतदान से वंचित रह गए. किसी का नाम वोटर पर्ची में था लेकिन बूथ पर नाम नहीं मिलने से एक से दूसरे सेंटर पर भटकते रहे. कहीं पीठासीन अधिकारी वोट नहीं देने दिया.

बाहर नाम अंदर गायब

दरअसल हुआ यूं की राजीव नगर स्थित आइडल पब्लिक स्कूल के मतदान केन्द्र पर ऐसे 25 मतदाता मतदान करने पहुंचे जिनके पास चुनाव आयोग द्वारा जारी मतदाता पर्ची और वोटर कार्ड और बाहर बैठे बीएलओ के लिए वोटर लिस्ट में नाम था. लेकिन बूथ के अंदर पहुंचते ही पीठासीन अधिकारियों की सूची में नाम ही नहीं था. ऐसे में मतदान के अधिकार से वंचित रह गए.

दिल्ली से पहुंची वोट करने

फ‌र्स्ट टाइम वोटर दीप शिखा मतदान करने के लिए दिल्ली से चलकर पटना आई. बूथ पर पहुंचने के बाद पता चला कि पीठासीन अधिकारियों के लिस्ट में नाम नहीं है. बताते चलें कि दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने जब पड़ताल की तो पता चला कि बीएलओ के पास जो वोटर लिस्ट है उसमें नाम है. वोटर कार्ड और चुनाव आयोग द्वारा जारी मतदाता पर्ची भी है लेकिन अधिकारियों की लिस्ट अपडेट नहीं है.पुराना वोटर लिस्ट से वोट नहीं दे पायी.

वोटर बनने का सपना अधूरा

बेउर जेल के पास स्थित मतदान केन्द्र 145 पर वोट देने आयी बहनें ज्योति और किरण बताती हैं कि हमारा वोटर आई कार्ड बना, पर्ची में हमारा नाम भी है लेकिन अधिकारियों की सूची में नाम ही नहीं है. हम आसपास के अन्य स्कूलों में बने बूथ पर भी गए लेकिन कहीं हमारा नाम नहीं है. ऐसे में बड़ी निराशा हुई. हम वोट देने के लिए उत्साहित थे लेकिन चाह कर भी ऐसा नहीं कर पाए. राजीव नगर के आइडियल पब्लिक स्कूल बूथ पर फ‌र्स्ट टाइम वोटर जिनका हाल ही में मतदाता पहचान पत्र बना है. ऐसे 25 मतदाता मतदान करने से वंचित रह गए. अभिषेक ने बताया कि विभागीय लापरवाही से लोकतंत्र के महापर्व में हमलोग हिस्सा नहीं बन सके. अर्जुन कुमार ने भी आपबीती सुनाई.

भटकती रही रेखा

अनीसाबाद की रेखा कुमारी कहती हैं कि पूरे परिवार के लोग सिंचाई विभाग स्थित बूथ नंबर 369 पर वोट करने पहुंचे. लेकिन यहां मेरे पति और बेटे-बेटियों का नाम तो है लेकिन अधिकारियों ने बताया कि मेरा नाम नहीं है. महिला ने धीराचक विद्यालय, रामलखन सिंह यादव कॉलेज और अमला टोला विद्यालय में अपना नाम ढूढ़ा. लेकिन कहीं नाम नहीं मिला. ऐसे में ना बीएलओ ने कुछ किया और ना ही किसी अन्य अधिकारी ने, इस तरह वोट देन से वंचित रह गई.

मैं कुछ नहीं कर सकता

मतदान से वंचित मतदाताओं को समस्या को लेकर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की रिपोर्टर ने प्राइजिंग अफसर अनुप रंजन से बात की तो उन्होंने बताया कि हमारे पास जो वोटर लिस्ट है उसमें नाम नहीं है इसलिए ये लोग मतदान नहीं कर सकते हैं. इस विषय में मैं कुछ नहीं कर सकता हूं.