यूपी बोर्ड की परीक्षाओं के लिए गाइडलाइन जारी

Meerut। यूपी बोर्ड के स्कूलों के लिए इस बार बोर्ड परीक्षाओं के लिए सेंटर बनाना गले की हड्डी साबित हो रहा है। इस बार बोर्ड की ओर से सभी सेंटर्स के लिए एक ही कमरे में दो कैमरे लगाना अनिवार्य कर दिया है। सीसीटीवी के साथ केंद्रों पर वायस रिकार्डर भी लगाया जाएगा। पिछले सत्र में परीक्षा केंद्रों की परीक्षा प्रणाली में सुधार के उद्देश्य के बावजूद पूरी तरह से नकल नहीं रुक पाई थी। जगह-जगह पर इमला बोलकर नकल कराए जाने की बातें सामने आईं। यही कारण है कि इस बार पूरी तरह से सख्ती लागू करने का फरमान जारी किया गया है।

नहीं है फंड

इस बार स्कूलों को सेंटर बनाने के लिए बोर्ड की ओर से 25 प्वाइंट्स पर जानकारी मांगी गई है, जिसमें विभाग को सेंटर बनाएं जाने वाले सभी सेंटर्स के लिए हर कक्ष में दो कैमरे को अनिवार्य कर दिया गया है, लेकिन बोर्ड के फरमान के बाद शिक्षा विभाग के सामने विकट समस्या खड़ी हो गई है। वजह स्कूलों के पास कैमरे लगाने के लिए फंड नहीं हैं। ऐसे में स्कूल संचालक सेंटर बनाने से हाथ पीछे खींच रहे हैं। सरकारी स्कूलों के साथ ही एडिड स्कूलों में भी इसके लिए कोई बजट नहीं है। वहीं विभाग को सेंटर बनाने के लिए सभी सूचनाएं ऑनलाइन भेजनी है।

बॉयोमैट्रिक से लगेगी हाजिरी

बोर्ड परीक्षार्थियों और कक्ष निरीक्षकों के लिए इस बार सभी सेंटर्स पर बॉयोमैट्रिक मशीन की व्यवस्था की जाएगी। यही नहीं इस मशीन से दर्ज की गई हाजिरी को ही मान्य किया जाएगा। बोर्ड अधिकारियों का कहना है कि इस व्यवस्था को लागू करने के बाद बाहर से होने वाली नकल को रोकने में काफी मदद मिलेगी। साथ ही परीक्षा के दौरान केंद्र के अंदर कोई भी बाहरी व्यक्ति प्रवेश नहीं कर सकेगा। हालांकि केंद्रों के निर्धारण को लेकर स्कूलों में मौजूद सभी संसाधनों का विस्तृत ब्यौरा व आधारभूत सूचनाएं परिषद के वेबसाइट पर जल्द से जल्द अपलोड करने के लिए निर्देशित किया है।

माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से 25 प्वाइंट्स पर सूचनाएं मांगी गई हैं। इसमें सीसीटीवी कैमरे के साथ वायस रिकार्डिंग तथा बायोमीट्रिक मशीन अनिवार्य की गई है। जल्द ही इनका ऑनलाइन सत्यापन किया जाएगा।

गिरजेश कुमार चौधरी, डीआईओएस, मेरठ।