-एत्माद्दौला के कालिंदी विहार की घटना, गला दबाकर की गई हत्या

-बेटे ने हत्यारोप में रिश्तेदार सिपाही को किया नामजद

आगरा। एत्माद्दौला के कालिंदी विहार क्षेत्र में शुक्रवार को दरोगा की पत्नी की लूटपाट के दौरान हत्या कर दी गई। बेटी के घर पहुंचने पर घटना की जानकारी हुई। मामले में दरोगा के बेटे ने अपने एक रिश्तेदार सिपाही के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। उससे नौ साल पुरानी रंजिश बताई जा रही है।

कॉलेज गई थी बेटी

अलीगढ़ के गोंडा थाना क्षेत्र के मूल निवासी दरोगा लक्ष्मी राज सिंह फीरोजाबाद के एक थाने में तैनात हैं। कालिंदी विहार स्थित घर में उनकी पत्नी कुशल देवी और 28 वर्षीय बेटी राजकुमारी रहते हैं। दो बेटे यतेंद्र और देवराज अपने परिवार के साथ कालिंदी विहार में किराए पर रहते हैं। राजकुमारी ने बताया कि वह शुक्रवार को सुबह 6:30 बजे घर से अपने कॉलेज हाथरस के लिए चली गई थी। उसके बाद मां से कोई संपर्क नहीं हुआ। दोपहर तीन बजे जब घर लौटी और मां को आवाज। कोई जवाब नहीं मिला तो अंदर घुस कर देखा। मां स्टोर रूम के पास अचेत अवस्था में पड़ी थीं। घर में सामान बिखरा देखकर वह दहशत में आ गई। चीखती हुई बाहर की ओर भागी, शोर सुनकर पड़ोसी पहुंच गए।

रिश्तेदार के खिलाफ मुकदमा

राजकुमारी ने अपने पिता और छोटे भाई को फोन पर सूचना दी। दोनों मां को अस्पताल लेकर गए। तीन निजी अस्पतालों के डॉक्टरों ने हाथ खड़े कर दिए। बेटे एसएन इमरजेंसी लेकर गए वहां चिकित्सकों ने कुशल देवी को मृत घोषित कर दिया। मामले में कुशल देवी के छोटे बेटे यतेंद्र सिंह ने ट्रांस यमुना कॉलोनी निवासी रिश्तेदार मनोज कुमार के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है।

2010 से मानता है रंजिश

जितेंद्र का आरोप है कि मनोज कुमार वर्ष 2010 से उनसे रंजिश मानता है। इसी रंजिश में 2011 में वहां पर हमला कर चुका था। मगर, कुशल देवी उस समय किसी तरह बच गर्ई। शुक्रवार को घर में अकेली जानकर उसी ने हत्या कर लूटपाट की है। घर से गहने और कुछ नकदी गायब है।