दक्षिण भारत से आने वालों को बनाते हैं अपना शिकार

पुलिस का सनसनीखेज खुलासा, सात पकड़े गए

ALAHABAD: इनको पुलिस का सहायक माना जाता है। इनका रोल पब्लिक की सहायता और पुलिस व प्रशासन को सहयोग देना है। इसका का उन्हें स्टाइपेंड मिलता है। लेकिन, ख्वाहिशें बढ़ जाने और कम समय में अमीर बनने का सपना इन्हें अपराध के रास्ते पर ले गया। ट्रैकिंग शुरू हुई तो पुलिस वाले चौंक गए और पूरा खुलासा हुआ तो ऑफिसर्स भी सन्नाटे में आ गए। जी हां, यह है लुटेरों का गैंग। इसमें शामिल हैं सिर्फ होमगार्ड। पूरी रणनीति के साथ ये काम को अंजाम देते थे। पुलिस ने तीन होमगार्डो को पकड़ने के बाद यह खुलासा किया है।

गाइड बनकर लगते हैं साथ

बंगलुरु के जमीर अहमद दो जून को दोस्तों के साथ संगम आए थे। यहां उन्होंने विनोद कुमार को गाइड हायर किया। सभी दोस्त दारागंज स्थित लालकोठी पहुंचे। यहां वे अपने वाहन से नीचे उतरे, तभी बाइक से आए दो वर्दीधारियों ने जमीर पर हमला बोल दिया। गाइड विनोद भी उनके साथ मिला था। तीनों ने जमीर को घायल कर वाहन में रखा बैग लूट लिया, जिसमें तीन लाख रुपये थे। वारदात के बाद जमीर दोस्तों के साथ दारागंज थाने पहुंचा और लूट की जानकारी दी। इस दौरान जमीर ने गाइड विनोद का फोन नम्बर और उसकी फोटो अपने मोबाइल में सेव कर ली थी। जो उसने पुलिस को दिखायी।

पुलिस जुटी रही धरपकड़ में

लूट की वारदात के बाद स्थानीय पुलिस गाइड विनोद सहित कई अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के बाद बदमाशों की खोजबीन में जुटी रही। भुक्तभोगी से मिले गाइड के नंबर के आधार पर पुलिस ने अपना जाल बिछाना शुरू कर दिया। उसकी कॉल डिटेल से मिली जानकारी ने पुलिस को चौंका दिया। इसके बाद पुलिस ने एक-एक करके सबको उठाना शुरू कर दिया और कड़ी पूछताछ में पूरी घटना खुलकर सामने आ गई। पकड़े गए आरोपियों में तीन होमगार्ड सुशील कुमार बिंद, सचिन कुमार तिवारी, मनोज कुमार शामिल है। गिरोह के अन्य सदस्यों में देवेन्द्र कुमार बिंद, अशोक कुमार गोली केवट, विनोद कुमार बिंद व अवधेश कुमार निषाद है। पुलिस ने इनके पास से आठ अदद मोबाइल, बाइक व नगद 5400 रुपए बरामद किया है।