- अभिमन्यु क्रिकेट एकेडमी के ओनर के घर वारदात

- पुलिस के गले नहीं उतर रही करोड़ों की लूट की कहानी

- इनकम टैक्स टीम ने 5 माह पहले परिवार से जब्त किए थे एक करोड़ से अधिक का कैश, ज्वैलरी

देहरादून

अभिमन्यु क्रिकेट एकेडमी के संचालक ईश्वरन के घर में संडे रात हथियारबंद बदमाशों के घुसकर कैश ज्वैलरी लूट ले जाने की वारदात पुलिस के गले नहीं उतर रही। पुलिस को संदेह है कि यह किसी साजिश के तहत किया नाटकीय घटनाक्रम भी हो सकता है। ईश्वरन को पांच माह पहले ठीक 23 तारीख को ही इनकम टैक्स की टीम ने एयरपोर्ट पर 70 लाख की ज्वैलरी, डॉलर और 8 लाख कैश के साथ पकड़ा था। पुलिस अफसरों में इस बात की चर्चा है कि ईश्वरन पर ईडी की भी निगाह थी। इसी बीच उसके घर में लुटेरों के घुस कर वारदात कर जाने को संदेह की दृष्टि से देखा जा रहा है। हालांकि इस मामले में ईश्वरन और उसके परिजन व नौकरों के लूटे गए 6 मोबाइल उसके घर से करीब ढाई किमी दूर जाखन में एक जगह बहुत ही सुरक्षित तरीके से रखे हुए बरामद कर लिए हैं। चार संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेने का दावा भी किया है, लेकिन वारदात को लेकर पुलिस अभी लाइन ऑफ एक्शन क्लियर करने की स्थिति में नहीं है।

23 अप्रैल से 23 सिंतबर के बीच का गणित:

जाने-माने सीए और अभिमन्यु क्रिकेट एकेडमी के संचालक आरपी ईश्वरन के साथ पिछले पांच माह में दो बार फाइनेंस से जुड़ी घटनाएं हुई। ्र23 अप्रैल को इनकम टैक्स की टीम ने जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर बेटी की शादी कर लौट रहे ईश्वरन और परिजनों को रोका था। ईश्वरन, उनके बेटे अभिमन्यु और परिवार के अन्य सदस्यों से 70 लाख की ज्वैलरी, 10 हजार डॉलर और 8.35 लाख रुपए कैश जब्त किया था। ईश्वरन और उसके बेटे से लंबी पूछताछ भी हुई थी। इसके ठीक 5 माह बाद 23 सितंबर को ही ईश्वरन के घर में लुटरों का घुसकर करोड़ों का माल लूट की गुत्थी सुलझाना पुलिस के लिए चुनौती बन गया है। पुलिस दोनों घटनाओं को ध्यान में रखकर मामले को सुलझाने में लगी है।

फाइनेंस मैनेजमेंट के मास्टर हैं ईश्वरन

आरपी ईश्वरन सीए भी हैं। वे फाइनेंस मैनेजमेंट के मास्टर कहे जाते हैं, कई लोग उनसे फाइनेंशिल मैटर सैटल करने के लिए सलाह लेते हैं। शहर में ही नहीं देश भर में उनका नाम चलता है। क्रिकेट जगत की हस्तियों के अलावा मीडिया के कई बड़े नाम भी उनके करीबी हैं। लेकिन पिछले चार माह से उनका खुद का फाइनेंशियल सैटलमेंट बिगड़ गया है। पहले इनकम टैक्स ने उन्हें पकड़ा, चर्चा है कि इस बीच उनकी करोड़ों-अरबों की संपत्ति पर प्रवर्तन निदेशालय ईडी की भी नजर टेढ़ी हो चुकी थी। अब बदमाश उनके घर में घुसकर वारदात कर गए।

पुलिस को इन सवालों के जवाब की तलाश

-बदमाश घर का ताला लगाकर चाबी बाहर क्यों छोड़ गए

-मोबाइल लूट कर ले गए थे, तो सड़क किनारे सेफ क्यों रख गए

-ईश्वरन परिवार जिस पार्टी में जाने वाला था, उसमें क्यों नहीं गया

-बलजीत के घर पहुंचने से थोड़ी देर पहले ही बदमाशों का निकल जाना

-बीमारी की बात बताने पर बदमाशों का मारपीट बंद कर देना

-बदमाशों ने घर में इतनी बेतरतीब तरीके से तोडफोड़ क्यों की

23 अप्रैल को इनकम टैक्स टीम का एक्शन:

जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर 23 अप्रैल को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की टीम ने आरपी ईश्वरन और उनके परिजनों से करीब 70 लाख की ज्वैलरी,10 हजार अमेरिकी डॉलर और लगभग साढे़ आठ लाख कैश पकड़ा था। गुरुग्राम में बेटी का विवाह कर फ्लाइट से देहरादून लौटते समय एयर इंटेलिजेंस की सूचना पर ईश्वरन और उनकेपरिवार को एयरपोर्ट से निकलने से पहले ही रोक लिया था। बैगेज क्लेम से सामान आते ही आयकर टीम ने उनके सामान को भी जब्त कर लिया।

23 सितंबर को लुटेरों ने घर पर धावा बोला:

ईश्वरन के राजपुर थाना एरिया में मैक्स अस्पताल के पास स्थित आलीशान घर पर संडे रात साढ़े 8 बजे बेल बजाकर हथियारों से लैस चार लुटेरे घुस गए। उनकी पत्नी और नौकरों की कनपटी पर भी हथियार तान दिए। ईश्वरन ने कहा है कि उसके साथ मारपीट भी की और पूरा घर खंगाल ले गए। जाते समय पति-पत्नी और 2 नौकर व गार्ड के हाथ पैर बांधे और घर को बाहर से ताला लगा गए। रात साढ़े 10 बजे बहनोई बलजीत उनके घर गए, बाहर चाबी पड़ी देखकर गेट खोला और अंदर पहुंचे तो सब बंधे मिले। पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने लाखों का कैश-ज्वैलरी लूट का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

इनका कहना:

लूटे गए मोबाइल मिल गए हैं, आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं, बदमाशों से जुड़ा कोई ठोस साक्ष्य अभी नहीं मिला, लेकिन चार संदिग्ध पूछताछ के लिए हिरासत में लिए हैं। अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा।

- श्वेता चौबे, एसपी सिटी