- सरगना समेत पांच बदमाशों को पुलिस ने रविवार रात धर दबोचा

- बुलंदशहर के डिप्टी जेलर की हत्या में भी इनका नाम शामिल

MEERUT: लूट और हत्या की गई वारदातों को अंजाम देने वाले गए अंतरराज्यीय गिरोह को पुलिस ने पकड़ा है। पुलिस ने गिरोह के सरगना समेत पांच बदमाशों को धर दबोचा। ये सभी मेरठ समेत विभिन्न राज्यों के शहरों में बड़ी लूट और हत्या की वारदातों को अंजाम दिया है। पुलिस के अनुसार ये बड़े शातिर बदमाश हैं। पुलिस को चकमा देने में भी काफी माहिर हैं। रविवार देर रात मेडिकल थाना पुलिस ने इनको दबोचा। ये किसी लूट की वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। पुलिस ने इनके पास से भारी संख्या में असलहे बरामद किए हैं।

मुखबिर की सूचना पर पकड़े गए

मुखबिर की सूचना पर इन बदमाशों को रविवार देर रात गढ़ रोड नया बाईपास तिराहा के से गिरफ्तार किया गया। गिरोह का सरगना नीरज भाटी पुत्र विद्दा भानू निवासी भुम्मा थाना मीरापुर जिला मुजफ्फरनगर का है। वहीं गिरोह में मुजफ्फरनगर का कपिल व जमील, नौचंदी थानाक्षेत्र निवासी अर्जुन और राजस्थान का डालचंद शामिल हैं।

लंबा आपराधिक इतिहास

इन सभी बदमाशों का आपराधिक इतिहास काफी लंबा है। इन्होंने मेरठ, मुजफ्फरनगर, राजस्थान समेत कई शहरों में लूट व हत्या की वारदातों को अंजाम दिया है। सरगना नीरज पर मेरठ, सिविल लाइंस और सरूरपुर थाने में 12 गंभीर मुकदमे दर्ज हैं। इस पर गैंगस्टर एक्ट भी दर्ज है। पुलिस ने बताया कि ये राजस्थान के जयपुर में एक सरिया व्यापारी से कैश लूटने गए थे। लेकिन व्यापारी की सही लोकेशन न मिलने की वजह से इन्हें विफलता हाथ लगी।

बड़ी वारदातों में थे वांछित

पुलिस के अनुसार इन्होंने शहर में कई बड़ी वारदातों को अंजाम दिया है। जिसमें ये वांछित चल रहे थे। वर्ष 2008 में नीरज ने अपने साथियों के साथ ओबीसी बैंक कॉलोनी में लाखों का कैश लूटा था। इसके अलावा वर्ष 2005 में रविंद्र भूरा के वकील शैली की हत्या में भी इसका नाम है। यही नहीं वर्ष 2007 में सिविल लाइंस थानाक्षेत्र में राजीव जायसवाल की हत्या की थी। कपिल ने वर्ष 2013 में बुलंदशहर के जहांगीर थानाक्षेत्र में अपने साथियों के साथ मिलकर 20 लाख रुपए की बैंक डकैती को अंजाम दिया था। इसमें इसकी गिरफ्तारी भी हुई थी और जेल भी गया था। अर्जुन राणा के खिलाफ थाना नौचंदी में मारपीट की रिपोर्ट दर्ज है। वहीं बुलंदशहर के डीप्टी जेलर की हत्या में भी नीरज भाटी का नाम आया था।

काफी शातिर किस्म के बदमाश हैं। अंतरराज्यीय वारदातों को अंजाम दिया है। डीआईजी ने एसपी सिटी व सीओ सिविल लाइंस को प्रशस्ति पत्र और पूरी टीम को 12 हजार रुपए इनाम देने की घोषणा की है।

- डीसी दूबे, एसएसपी