-आटो और टैंपो में खुलेआम बज रहा है तेज आवाज में म्यूजिक

-अश्लील और द्विअर्थी गानों के बीच भद्दे कमेंट सुनते हुए सफर करती हैं छात्राएं और महिलाएं

-कमिश्नर के आदेश पर सिर्फ एक दिन चला अभियान, ट्रैफिक पुलिस पड़ गई सुस्त

ALLAHABAD: मीटिंग दर मीटिंग चल रही है। ग‌र्ल्स के साथ होने वाली छेड़खानी की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए ऑफिसर्स लगातार आदेश दे रहे हैं। टैंपो-टैक्सी में बजने वाले लाउड म्यूजिक के खिलाफ अभियान भी चला। बावजूद इसके नतीजा सिफर रहा। इनमें सफर करने वाले आज भी ड्राइवर्स की मनमानी सहने को मजबूर हैं। खासतौर से टैंपो-टैक्सी में बैठने वाली ग‌र्ल्स ज्यादा इरीटेट हो जा रही हैं। सफर के दौरान डबल मीनिंग और अश्लील गाने बजाए जाते हैं। फिर भी ट्रैफिक पुलिस को समझ नहीं आ रहा कि कैसे इस मनमानी पर रोक लगाई जाए।

यकीन न हो तो सफर करके देखिए

अपनी रफ ड्राइविंग और सवारियों के साथ बदसलूकी के लिए तो टैंपो-टैक्सी चालक पहले से कुख्यात थे। अब सफर के दौरान भी उनकी मनमानी ने सवारियों के नाक में दम कर दिया है। यकीन न हो तो इनमें कुछ दूरी तय करके देखिए। इनमें बजने वाला लाउड म्यूजिक और अश्लील गाने आपका दिमाग खराब कर देंगे। ऐसा नहीं है कि लोग इस हरकत से अनजान हैं। ट्रैफिक पुलिस की उदासीनता के आगे पब्लिक ने सबकुछ जानते हुए भी अब अपने घुटने टेक दिए हैं। खासतौर से फीमेल पैसेंजर्स के वेहिकल में बैठे होने पर ऐसे सीन आम हो जाते हैं।

घटना के बाद जागी ट्रैफिक पुलिस

टैंपो-टैक्सी में बजने वाला लाउड म्यूजिक कितना खतरनाक हो सकता है, क्भ् जून को आईईआरटी की स्टूडेंट के साथ घटी एक घटना इसका जीता-जागता एग्जाम्पल है। अकेली लड़की को देखकर ड्राइवर उसके साथ चलती टैंपों में मनमानी करने लगा। स्टूडेंट ने शोर मचाना चाहा तो म्यूजिक का वॉल्यूम तेज कर दिया गया। अपनी आबरू बचाने के लिए उसे चलती टैंपो से कूदना पड़ा। इस घटना के बाद हरकत में आई ट्रैफिक पुलिस ने क्8 जून को अभियान चलाकर क्क्0 टैंपों वालों का टेप रिकार्डर जब्त कर चालान किया। हालांकि, कमिश्नर बादल चटर्जी ने तकरीबन एक महीने पहले मीटिंग के दौरान अभियान चलाकर टेप जब्ती की कार्रवाई के कड़े निर्देश दिए थे, जिसे नजरअंदाज कर दिया गया।

आई नेक्स्ट ने दिखाई हकीकत

शुक्रवार दोपहर म्योहाल चौराहे पर टैंपो चालकों की मनमानी को सामने लाने के लिए आई नेक्स्ट ने खुद पड़ताल की। चौराहे पर मौजूद ट्रैफिक पुलिस के सिपाही से रिपोर्टर ने टैंपो में मौजूद टेप रिकार्डर के खिलाफ कार्रवाई के बारे में पूछा तो वह टाल गया। उसने कहा कि सभी के वेहिकल से टेप हटा दिए गए हैं। मौके पर ही रिपोर्टर ने एक टैंपो की पड़ताल की तो टेप रिकार्डर सामने आ गया। ड्राइवर ने इसे स्टेयरिंग के ऊपर की ड्राज में ताले के भीतर छिपाया हुआ था। आई नेक्स्ट की इस मुहिम को देखकर बाकी टैंपो चालक वहां से भाग खड़े हुए।

भोजपुर गानों के हैं दीवाने

पूर्वाचल की बेल्ट से जुड़ा होने की वजह से इलाहाबाद में भोजपुरी गानों का जबरदस्त क्रेज है। टैंपो-टैक्सी चालक भी इससे अछूते नहीं है। वेहिकल में लगे म्यूजिक सिस्टम में आपको डबल मीनिंग भोजपुरी गाने सुनने को मिल जाएंगे। कई बार यही लाउड म्यूजिक एक्सीडेंट्स का रीजन भी बनती है। घटिया क्वालिटी के स्पीकर होने की वजह से इसकी साउंड कान पर बुरा असर भी डालती है। बता दें कि शहर में करीब आठ हजार टैंपो-टैक्सी मौजूद हैं। इनमें से 80 फीसदी में म्यूजिक सिस्टम लगा हुआ है।

कमजोर हो सकते हैं कान के पर्दे

टैंपो चालकों का लाउड म्यूजिक प्रेम केवल छेड़खानी ही नहीं, दूसरी चीजों को भी बढ़ावा देता है। ईएनटी सर्जन डॉ। आशुतोष राय बताते हैं लगातार एक निश्चित पैरामीटर से अधिक लाउडनेस कान के पर्दे पर असर डालते हैं। कई बार ऊंचा सुनने वाले मरीजों की हिस्ट्री जानने पर यह भी रीजन सामने आया है। डॉ। राय के मुताबिक टैंपो में लाउड म्यूजिक बज रहा है तो वॉल्यूम कम करा देना चाहिए या उससे उतर जाना ही बेहतर होगा।

-आईईआरटी स्टूडेंट से चलते टैंपो में हुई छेड़खानी की घटना के बाद अभियान चलाकर क्क्0 टेप रिकार्डर जब्त किए गए हैं। हर टैंपो से क्क्00 रुपए का जुर्माना भी वसूला गया है। यह कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।

-राजकमल यादव, एसपी ट्रैफिक