फिरोजाबाद। परिजनों द्वारा प्रेमी से शादी कराने से इनकार करने पर प्रेमी-प्रेमिका ने एक ही दुपट्टे से पेड़ पर फांसी लगाकर जान दे दी। दोनों ने मरने से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा। इसमें लिखा कि हमारी मौत में किसी को फंसाया नहीं जाए। वहीं परिजनों ने भी इस मामले में तहरीर नहीं दी है।

शादी न करने पर लिया फैसला

थाना बसई मोहम्मदपुर के आलमपुर कनैटा निवासी ललिता उर्फ लता (17) पुत्री राजवीर सिंह लोधी का प्रेम प्रसंग गांव के ही अनिल कुमार (19) पुत्र राजवीर सिंह लोधी से चल रहा था। दोनों शादी करना चाहते थे। परिजनों द्वारा उनके प्रेम संबंधों की भनक लगने के बाद उनके मिलने पर बंदिशें लगा दी थीं। प्रेमी दिल्ली में किसी प्राइवेट अस्पताल में काम करता था। 16 अगस्त को गांव में निकली प्रभात फेरी को देखने गई किशोरी लापता हो गई थी। लता सीधे दिल्ली में अपने प्रेमी के पास पहुंच गई। 17 अगस्त को युवती ने फोन कर परिजनों को सारी बात बताई और प्रेमी संग शादी करने की बात कही। बताया जा रहा है कि परिजनों ने इस रिश्ते को मानने से इनकार कर दिया था। इसके बाद दोनों ने 18 अगस्त को गांव आने की बात कही। सोमवार 19 अगस्त को मटसैना के गांव आकलपुर में दोनों के शव एक पेड़ से लटके मिले। गांव के लोगों ने जब इन्हें लटके हुए देखा तो पुलिस को सूचना दे दी।

परिचय पत्रों के आधार पर हुई पहचान

सूचना पर पहुचे थानाध्यक्ष मटसैना मो। उमर फारुक पुलिस टीम के साथ पहुंच गए। पुलिस ने तलाशी ली तो उनके पास से मिले परिचय पत्रों के आधार पर दोनों की शिनाख्त हुई। इसके बाद बसई मोहम्मदपुर पुलिस की मदद से दोनों के परिजनों को सूचना दी तो वे वहां पहुंचे। पुलिस ने शवों को पीएम को भिजवाया है। इस संबंध में एसपी देहात राजेश कुमार सिंह का कहना है कि दोनों ने आत्महत्या की है। इनके पास से मिले सुसाइड नोट में किसी को दोनों की मौत में जिम्मेदार नहीं बनाने की बात कही है। पूरे मामले में जांच चल रही है।

माता पिता नहीं थे तैयार

प्रेमी प्रेमिका के पास से मिले सुसाइड नोट की भाषा को देखकर पुलिस भी नहीं समझ पा रही है कि यह ऑनर किलिंग हो सकती है या फिर दोनों ने मिलकर एकमत होकर इस सुसाइड नोट को तैयार किया था। सुसाइड नोट में ललिता और अनिल ने लिखा है कि हमारे माता-पिता हमारी शादी को लेकर तैयार नहीं हैं। हम एक दूसरे के बगैर नहीं जी सकते। हम अपनी मर्जी से आत्महत्या कर रहे हैं। इसमें किसी को न फंसाया जाए। पुलिस ने सुसाइड नोट, उनके पास से मिले बैग, कपड़ों और रुपयों को थाने में रखवाया है। पुलिस अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही है। इसके बाद ही जांच आगे बढ़ेगी।

तीन महीने पहले भरी थी गोद

ललिता की शादी की तैयारियों में परिवार के सदस्य जुटे थे। उनके द्वारा तीन महीने पहले ही ललिता की शादी तय की थी। उसकी शादी जलेसर के एक गांव में तय की थी। एक दूसरे के साथ जीने मरने की कसमें खाने वाले ललिता और अनिल की परेशानी उस समय से ज्यादा बढ़ गई थी जब परिजनों ने ललिता की शादी तय कर दी थी। इसीलिए ललिता प्रेमी के पास भागकर दिल्ली पहुंची थी। बताया जा रहा है कि 16 अगस्त को वह गांव से किसी की बाइक पर बैठकर गई थी।

ऑनर किलिंग की आशंका

लोगों द्वारा कहा जा रहा है कि जब दोनों ने गांव लौटने का फैसला कर लिया था और 18 अगस्त को दोनों को आना था तो अचानक दोनों के शव पेड़ से लटकने पर सवाल उठ रहे हैं। पुलिस भी ऑनर किलिंग को लेकर जांच में जुटी है। वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दोनों की मौत कैसे आती है इसे भी देखा जा रहा है।

परिजनो ने नही दी कोई तहरीर

मृतक अनिल के पिता राजवीर गांव में ही प्राइवेट चिकित्सक के रूप में प्रैक्टिस करते हैं। परिवार को नहीं पता था कि लता भागकर अनिल के पास पहुंच जाएगी मृतका लता ने हाईस्कूल किया था। वह 11वीं में पढ़ रही थी। परिजनों के अनुसार वह पढ़ने में काफी होशियार थी। अचानक उसने ऐसा कदम कैसे उठा लिया इसे लेकर वे कुछ नहीं कह पा रहे हैं। थानाध्यक्ष मटसेना उमर फारुख ने बताया कि अनिल और ललिता की मौत को लेकर किसी भी पक्ष ने अभी तक थाने में तहरीर नहीं दी है। अगर तहरीर मिलती है तो उसके आधार पर भी कार्रवाई की जाएगी।