-आई स्पेशल
-घरेलू श्रेणी के टैरिफ के अनुसार ही चुकाएं बिजली का बिल
-जानकारी के अभाव में नहीं लेते हैं लोग थ्री फेस कनेक्शन
DEHRADUN: हर बार गर्मियों के सीजन में बिजली की लो-वोल्टेज समस्या बढ़ जाती है। इसका कारण है कि गर्मियों में बिजली की डिमांड भी बढ़ जाती है। जब भी घरों में बिजली लो-वोल्टेज से आती है, तो लोग बिजली कर्मचारियों को इसका दोषी ठहराते हैं। हालांकि कई मौकों पर ऊर्जा निगम इसके लिए जिम्मेदार रहता है, लेकिन हर बार नहीं। क्योंकि उपभोक्ता भी इसके लिए जिम्मेदार हैं।
उपभोक्ता भी हैं इसके लिए जिम्मेदार
घरों में बिजली के लो-वोल्टेज होने के पीछे उपभोक्ता द्वारा लिए गया कम विद्युत प्रभार का कनेक्शन भी है। अगर उपभोक्ता ने एक से दो किलोवाट तक की क्षमता बिजली कनेक्शन लिया है और वह इससे अधिक बिजली खपत करता है, तो घर में बिजली का लो वोल्टेज होना स्वाभाविक है। लेकिन, हम बिजली कर्मचारियों को इसके लिए जिम्मेदार ठहरा देते हैं। पूरे क्षेत्र की बिजली कनेक्शन के भार को देखते हुए ही ऊर्जा निगम द्वारा उस क्षेत्र में उतनी क्षमता का ट्रांसफार्मर लगाया जाता है, लेकिन अगर घरों में कम किलोवाट का कनेक्शन लगा होगा और हम अधिक किलोवाट की बिजली खपत करेंगे तो एरिया के ट्रांसफार्मर पर इसका सीधा लोड आ जाता है। जिससे एरिया मे बिजली लो वोल्टेज से आती है।
75 किलोवाट तक ले सकते हैं कनेक्शन
दअरसल इसके पीछे कुछ हद तक जानकारी का भी आभाव है, क्योंकि अधिकतर उपभोक्ता जानकारी न होने के कारण अधिक प्रभार वाला बिजली कनेक्शन नहीं लेते हैं। साथ ही उन्हें यह भी संकोच रहता है कि अधिक किलोवाट वाले बिजली कनेक्शन लगाने पर उनका बिजली का बिल भी ज्यादा आएगा। लेकिन ऐसा नहीं होता है। आम घरेलु उपभोक्ता थ्री फेस कनेक्शन ले सकता है। घरेलु श्रेणी में वह एक किलोवाट से 75 किलोवाट तक बिजली का कनेक्शन ले सकता है। इसके लिए उसे सामान्य घरेलु श्रेणी के टैरिफ के अनुसार बिजली का बिल देना होगा। उपभोक्ता को थ्री फेस कनेक्शन लेते समय वन टाइम सिक्योरिटी और सर्विस चार्ज जमा करना होगा। इसके बाद घर में कनेक्शन लगा दिया जाता है। इससे घर के अंदर की लो-वोल्टेज की समस्या बढ़ जाती है।
वन टाइम सर्विस जार्च-
कनेक्शन चार्ज
4 किलोवाट तक 600 रुपए
4 से 10 किलोवाट 1500 रुपए
10 से 25 किलोवाट 2500 रुपए
25 से 50 किलोवाट 4000 रुपए
50-75 किलोवाट 5000 रुपए
नोट- साथ में 400 रुपए प्रति किलोवाट कनेक्शन के लिए सिक्योरिटी फीस ली जाएगी। जो वन टाइम देना होता है।
घरेलु श्रेणी में इस प्रकार है टैरिफ
प्रति यूनिट/प्रति माह फिक्स चार्ज विद्युत प्रभार
0 से क्00 यूनिट ब्0 रुपए ख्.ब्भ् रुपए
क्0क्-ख्00 यूनिट म्0 रुपए फ्.क्0 रुपए
ख्0क्-फ्00 यूनिट 8भ् रुपए ब्.क्0 रुपए
फ्0क्-ब्00 यूनिट क्क्0 रुपए ब्.क्0 रुपए
ब्0क्-भ्00 यूनिट क्भ्0 रुपए ब्.भ्0 रुपए
भ्00 से अधिक क्7भ् रुपए ब्.भ्0 रुपए
वर्जन--
लो वोल्टेज की समस्या दूर करनी है, तो उपभोक्ता थ्री फेस कनेक्शन लगा सकते हैं। इसमें वह कनेक्शन का लोड अपने इच्छा के अनुसार ले सकता है। साथ ही इसमें घरेलू श्रेणी की दर से ही बिल आएगा।
-मधुसूदन इशर, प्रवक्ता, ऊर्जा निगम
थ्री फेस कनेक्शन लेते समय सिर्फ वन टाइम सिक्योरिटी और सर्विस चार्ज पड़ता है। अधिकतर उपभोक्ता सिंगल फेस कनेक्शन में ज्यादा बिजली खर्च करने की सोचते हैं, जिससे घरों में लो-वोल्टेज हो जाती है।
-गुरपाल सिंह, एसडीओ, आराघर व पटेल रोड