- डब्ल्यूएचओ की हालिया रिपोर्ट में उजागर हुआ सच

- यूपी के लोएस्ट दस डिस्ट्रिक्ट में शामिल है शहर का नाम

- तीन अलग-अलग इंडिकेटर में मिले हैं सबसे कम नंबर

PRAYAGRAJ: सघन मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम में प्रयागराज को यूपी में नीचे से पहला स्थान मिला है। डब्ल्यूएचओ द्वारा जारी रिपोर्ट में यह हकीकत सामने आई है। जिसमें कहा गया है कि इस कार्यक्रम की मानीटरिंग में तीन-तीन इंडिकेटर में यूपी के दस शहरों की परफार्मेस खराब रही है। बता दें कि दिसंबर में प्रयागराज नीचे से तीसरे स्थान पर था तो जनवरी में यह पहला हो गया। यानी 72वें से सीधे 75वें नंबर पर चले गए।

इन प्वाइंट्स पर कम नंबर मिले

नियमित टीकाकरण से बचे हुए बच्चों को सघन मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम के तहत लक्ष्य बनाकर टीकाकरण किया जा रहा है। इसमें दिसंबर, जनवरी और फरवरी में एक-एक सप्ताह के तीन अभियान चलाए गए हैं। इनमें से दिसंबर और जनवरी में प्रयागराज की प्रगति बेहतर नही मिली। डब्ल्एचूओ की टीम द्वारा किए गए सर्वेक्षण में दिसंबर और जनवरी में तीन अलग-अलग प्वाइंट्स में प्रयागराज को कम नंबर मिले हैं। जनवरी में प्रयागराज में ड््यूलिस्ट अपडेट करने में 80, अभियान के सुपरविजन करने में 85 और ड्यूलिस्ट के मुताबिक कितने बच्चों को लगे टीके में केवल 56 प्वाइंट ही मिले।

लोएस्ट टेन में शामिल सिटीज

1- प्रयागराज

2- आगरा

3- मऊ

4- अमरोहा

5- अलीगढ़

6- भदोही

7- मिर्जापुर

8- कौशांबी

9- सरस्वती

10- मेरठ

टॉप टेन सिटीज

1- अंबेडकर नगर

2- फैजाबाद

3- बाराबंकी

4- हमीरपुर

5- अमेठी

6- बदायूं

7- एटा

8- बरेली

9- शाहजहांपुर

10- जालौन

क्यों जरूरी है अभियान

बच्चों को घातक रोगों से बचाने के लिए उनका संपूर्ण टीकाकरण बेहद जरूरी है। यही कारण है कि सरकार नियमित अभियान के अलावा अलग से दिसंबर, जनवरी और फरवरी में विशेष अभियान चला रही है। इसमें बचे हुए बच्चों को घर-घर जाकर टीकाकरण किया जाता है। इसी अभियान के आधार पर प्रदेश के तमाम शहरों की रैंकिंग तय की जाती है। अपनी खराब रैंकिंग को लेकर प्रयागराज के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को शुक्रवार को लखनऊ में हुई मीटिंग में फटकार भी लगाई गई। बात दें कि खुद डब्ल्यूएचओ की टीम द्वारा गांव-गांव मानीटरिंग कर ये रैंकिंग जारी की गई है। जो स्वास्थ्य विभाग के लिए सिरदर्द बन गई है।

जनवरी में हमने 98 फीसदी लक्ष्य हासिल किया है। अभियान के कुछ इंडिकेटर्स पर हम वीक हुए हैं जिसके आधार पर रैंकिंग की गई है। फरवरी के अभियान की तयारी चल रही है। जिसके बाद हमारी रैंकिंग में हर हाल में सुधार होगा।

डॉॅ तीरथलाल, डीआईओ, स्वास्थ्य विभाग प्रयागराज