- कंज्यूमर्स को 31 दिसम्बर तक का दिया गया समय

- जिले में अभी 2,13,154 लोग आधार से लिंक होने है

BAREILLY:

एलपीजी की सब्सिडी लेनी है तो अलर्ट हो जाइए। अपने गैस कनेक्शन को फटाफट आधार से लिंक करा लीजिए। अन्यथा, आपको सब्सिडी से हाथ धोना पड़ सकता है। क्योंकि 31 दिसबंर तक आधार से लिंक होना कंपलसरी कर दिया गया है। इसके बाद सब्सिडी का लाभ खुद-ब-खुद मिलना बंद हो जाएगा।

तो खरीदनी होगी महंगी गैस

अभी आधार से नहीं जुड़े कंज्यूमर्स को भी सब्सिडी मिल रही है। अधिकारियों ने बताया कि 31 दिसम्बर तक का कंज्यूमर्स के पास आधार से लिंक होने का टाइम है। दिसम्बर तक हर हाल में कंज्यूमर्स को अपना आधार नंबर बैंक व गैस एजेंसी पर जमा करा दें। यदि, वह निर्धारित डेट तक आधार नंबर नहीं देंगे तो उनकी सब्सिडी पर रोक लगा दी जाएगी। फिर आपको नए साल से महंगे दाम पर नॉन सब्सिडी वाली गैस ही मिल सकेगी।

40 परसेंट कंज्यूमर्स बाकी

जिले में अभी 40 परसेंट लोग ऐसे हैं, जिनके एलपीजी कनेक्शन आधार से लिंक नहीं है। अधिकारियों ने बताया कि इससे सब्सिडी का पैसा ट्रांसफर होने में भी दिक्कत आ रही है। वहीं जिन्होंने एक से अधिक कनेक्शन ले रखा है वह भी पकड़ में नहीं आ रहे है, जिसको देखते हुए कंज्यूमर्स को आधार से लिंक करने की कवायद एक बार फिर से तेज कर दी गयी है।

कैसे संभव होगा आधार से जुड़ पाना

आंकड़ों पर गौर फरमाए तो जिले में 2,13,154 लोगों को आधार से जोड़ने का काम होना बाकी है। जबकि, डेटलाइन के मुताबिक मात्र 40 दिन का समय कंज्यूमर्स के पास बचा है। वहीं जिस तरीके से शहर में आधार कार्ड बनने का हाल है उसे देख कर यह नहीं लगता कि यह सब 40 दिन में संभव हो पाएगा। ऐसे में एक बात साफ है कि लाख कोशिशों के बाद भी हजारों कंज्यूमर्स को अपनी सब्सिडी से हाथ धोनी पड़ सकती है। हालांकि, एलपीजी कंपनियां और गैस एजेंसियां मैसेज के थ्रू और अन्य माध्यम से अपने-अपने कंज्यूमर को आधार से जुड़ने के प्रति अवेयर करने में लगी हुई है।

बॉक्स

- 31 दिसम्बर तक आधार से लिंक होने का समय।

- जिले में तीनों कंपनियों की 52 एजेंसियां।

- जिले में कंज्यूमर्स की संख्या-4,92,466.

- आधार से लिंक हुए लोगों की संख्या- 2,79,312.

- अभी तक 2,13,154 आधार से लिंक होने बाकी है।

दिसम्बर तक सभी गैस कनेक्शन होल्डर्स को आधार से जुड़ना है। जो कंज्यूमर आधार से लिंक नहीं होंगे उन्हें गैस सब्सिडी नहीं मिल सकेगी।

केएल तिवारी, डीएसओ