- सोलह सौ रुपए सिक्योरिटी मनी के रूप में नहीं देने होंगे

- ट्रांसफरेबल नहीं होगा एलपीजी गैस कनेक्शन, लाभुक को मिलेगा सिंगल कनेक्शन

- शहर के अधिकांश एजेंसी से अबतक बीपीएल धारक को नहीं मिला है एलपीजी कनेक्शन

PATNA : शहरी बीपीएल कार्ड धारक को रियायती दर पर गैस कनेक्शन देने के लिए योजना शुरू की गयी। इसके लिए आवेदन के साथ उन्हें अन्य प्रूफ और बीपीएल के कार्ड का जिरॉक्स भी लगाना था। इसके बाद ऑथराइज ऑफिसर से अप्रूवल मिलता और बीपीएल कार्डधारी के नाम कनेक्शन रिलीज कर दिया जाता, लेकिन इस योजना के दो महीने बीत जाने के बाद भी पटना शहरी क्षेत्र के बीपीएल कार्डधारी को अब तक इसका लाभ नहीं मिल सका है। योजना में लेट लतीफी देख स्टेट की खाद्य एवं उपभोक्ता विभाग ने संबंधित ऑफिसर को लेटर लिख योजना में तेजी लाने को कहा। फुलवारी स्थित एक गैस एजेंसी के ऑनर ने बताया कि हमलोग तो कहकर थक चुके थे। यहां तक कि आईओसी ने भी फुलवारी के बीडीओ को रिक्वेस्ट लेटर लिखा था, बावजूद इसके अब तक टालमटोल ही अपनाया जा रहा था। अब जब बीडीओ और एमओ को डिपार्टमेंट ने लिखा है तो अप्रूव करना शुरू किया गया है।

फ्क् मार्च है आवेदन करने का लास्ट डेट

एजेंसी के ऑनर कहा कि इसी महीने भर इस योजना का लाभ मिल सकता है। समय कम है और आवेदक की फेहरिस्त लंबी है। ऊपर से अप्रूव करने का प्रॉसेस लंबा है। पहले पंचायत सेवक से अप्रूव कराना पड़ता है फिर बीडीओ फाइनल साइन करते हैं। ऑनर ने कहा कि हमारे पास लगभग डेढ़ सौ आवेदन हैं और इसी तरह फुलवारी ब्लॉक के कई अन्य एजेंसी के पास भी आवेदन होंगे। लेकिन अबतक मात्र छियालिस आवेदन पर बीडीओ ने साइन किया है। इससे सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि मार्च के अंत तक कितने लोगों तक इस योजना का लाभ पहुंच सकता है।

बीपीएल कनेक्शन रिलीज नहीं किया

आश्चर्य की बात तो यह है कि यह लापरवाही खुद खाद्य एवं उपभोक्ता विभाग के मिनिस्टर श्याम रजक के विधान सभा क्षेत्र का है। मिनिस्टर के विधानसभा क्षेत्र में लगभग बीस गैस एजेंसिया हैं और अधिकांश गैस एजेंसी से अब तक बीपीएल कनेक्शन रिलीज नहीं किया गया है। मालूम हो कि बीपीएल वालों के शुरू हुई इस योजना का लाभ वही बीपीएल धारक ले सकते हैं जिन्होंने फ्क् मार्च तक आवेदन जमा किया है। इसके बाद के आवेदन को लाभ नहीं मिलेगा, जो बीपीएल धारक इस योजना के तहत कनेक्शन लेंगे उन्हें सोलह सौ रुपए सिक्योरिटी के रूप में नहीं देने होंगे। बीपीएल घारक को क्ब्भ्0 रुपए सिलेंडर के और क्भ्0 रुपए रेग्यूलेटर के नहीं देने होंगे। इस योजना के तहत लाभुक को सिंगल कनेक्शन ही मिलेगा। अगर लाभुक डबल कनेक्शन लेना चाहते हैं तो उन्हें मार्केट रेट से पैसा देना होगा। वहीं यह कनेक्शन ट्रांस्फरेबल नहीं है।

जनवरी से लागू है शहरी क्षेत्र में

राजीव गांधी एलपीजी वितरक योजना लगभग तीन साल पहले ही लागू हुई थी। उस समय यह ग्रामीण क्षेत्रों में लागू की गयी थी। ग्रामीण वितरक ही कनेक्शन देने के लिए अधिकृत थे, लेकिन इस साल जनवरी से मिनिस्टर धर्मेद्र प्रधान ने इस योजना को शहरी क्षेत्रों में भी पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लागू किया। उस समय मिनिस्टर ने कहा था कि शहरी क्षेत्रों में अगर इस योजना को रिस्पांस मिलेगा तो इसमें और तेजी लायी जाएगी। इस योजना को शहरों में अच्छा रिस्पांस मिला है। फुलवारीशरीफ ब्लॉक में कई गैस एजेंसी हैं। हर गैस एजेंसी के यहां सौ से डेढ़ सौ फार्म जमा हैं। अब फ्क् मार्च तक कितने आवेदन को अप्रूव कर सकते हैं बीडीओ साहब इसका अंदाजा सहज लगया जा सकता है।