- पेट्रोलियम कंपनियों ने बढ़ाए एलपीजी के रेट, महंगा हुआ घरेलू व कॉमर्शियल सिलेंडर

GORAKHPUR: प्याज जहां 80 रुपए किलो पहुंच पहले ही गोरखपुराइट्स के किचन का जायका बिगाड़ चुका है। वहीं अब घरेलू गैस सिलेंडर ने भी गृहणियों को जोर का झटका दिया है। एलपीजी का रेट 13.20 रुपए बढ़ने से कॉमर्शियल के साथ ही घरेलू गैस सिलेंडर का दाम भी बढ़ गया है जिसके चलते लोग परेशान हैं कि पहले ही बिगड़े किचन के बजट को अब कैसे मैनेज किया जाए।

बिगड़ा बजट, कैसे मैनेज होगा खर्च

बता दें, प्याज के रेट ने ऑलरेडी किचन का जायका बुरी तरह बिगाड़ रखा है। 80-100 रुपए किलो बिक रहे प्याज ने वेज के साथ ही नॉनवेज खाने वालों को मुसीबत में डाल दिया है। वहीं पेट्रोलियम कंपनियों की तरफ से एलपीजी के बढ़े रेट ने घरेलू और कॉमर्शियल गैस सिलेंडर को भी महंगा कर दिया है। गृहणियों का कहना है कि सर्दियों के दिनों में वैसे भी घरेलू गैस की खपत ज्यादा होती है लेकिन घरेलू गैस के दाम में हुआ इजाफा बजट बिगाड़ देगा।

अब देने होंगे 753 रुपए

घरेलू गैस सिलेंडर के लिए सितंबर में जहां 650.5 रुपए चुकाने पड़ते थे। वहीं अक्टूबर में सब्सिडी गैस सिलेंडर का रेट 663 रुपए था। नवंबर माह में 740 रुपए देने पड़ रहे थे। लेकिन अब लोगों को इसके 753.2 रुपए चुकाने पड़ेंगे।

कुछ इस तरह से बढ़े घरेलू गैस के दाम

सितंबर - 650.5 रुपए

अक्टूबर - 663 रुपए

नवंबर - 740 रुपए

दिसंबर - 753.2 रुपए (अब देना होगा)

फैक्ट फिगर

एलपीजी के बढ़े रेट - 13.20 रुपए

कॉमर्शियल सिलेंडर के रेट में इजाफा - 7.30 रुपए

5 केजी गैस सिलेंडर के रेट में इजाफा - 5.41 रुपए

बॉक्स

प्याज और लहसुन बिगाड़ रहे जायका

- थोक और फुटकर दोनों में दिख रही तेजी, लहसुन 250 तो प्याज बिक रहा 90- 100 रुपए प्रतिकिलो

GORAKHPUR: आसमान छू रहे प्याज और लहसुन के रेट नीचे आने का नाम ही नहीं ले रहे। सितंबर से ही प्याज की बढ़ी कीमत कम नहीं हो रही। थोक मार्केट में प्याज की कीमत जहां प्याज 70 रुपए प्रतिकिलो बिक रहा है, वहीं फुटकर में इसका रेट 110 रुपए प्रतिकिलो चल रहा है। दूसरी ओर लहसुन भी रसोई से दूर होता दिख रहा है। थोक मार्केट में लहसुन की कीमत 200 रुपए प्रति किलो है तो फुटकर में लहसुन 220 से 250 रुपए प्रतिकिलो बिक रहा है।

सितंबर की शुरुआत में प्याज की कीमत 25-30 रुपए प्रतिकिलो

अभी बिक रहा प्याज - 110 रुपए प्रतिकिलो

शादी-ब्याह का भी बिगड़ा बजट

प्याज और लहसुन के बढ़े रेट के चलते वैवाहिक आयोजन वाले परिवारों में भी हाहाकार की स्थिति बन चुकी है। ममता शर्मा का कहना है कि प्याज व लहसुन का दाम सुनकर ही इसे खरीदने की हिम्मत नहीं हो रही है। प्याज के दाम ने पूरी रसोई का बजट ही गड़बड़ कर दिया है।

उतार-चढ़ाव से सभी परेशान

महेवा मंडी के थोक व्यापारी अवध गुप्ता कहते हैं कि महंगाई के कारण प्याज की सेलिंग मुश्किल हो गई है। साथ ही रेट के उतार-चढ़ाव से व्यापारी भी असमंजस में रहते हैं। 15 दिसंबर से प्याज के भाव में गिरावट के आसार लग रहे हैं।

कोट

रसोई का खर्च बढ़ गया है। अभी कुछ दिन पहले प्याज 50 रुपए था लेकिन अचानक 110 रुपए पर पहुंच गया है।

शालिनी

लहसुन और प्याज की कमी हो तो नॉनवेज डिशेज फीकी लगती हैं। बढ़े रेट ने खाने का जायका बिगाड़ दिया है।

प्रियंका पांडेय