-एसपी क्राइम के तबादले के बाद नहीं हुई किसी की पोस्टिंग

-तमाम संगीन वारदातें कर रही हैं खुलासे का इंतजार, क्राइम ब्रांच में विवेचनाओं की निगरानी करने वाला कोई नहीं

LUCKNOW: संगीन वारदातों की जांच और अपराधियों की धरपकड़ के लिये बनाई गई लखनऊ क्राइम ब्रांच इन दिनों बिना मुखिया के ही चल रही है। एसपी क्राइम रहे दिनेश सिंह के तबादले के बाद से किसी ऑफिसर की तैनाती न होना मामलों की जांच को प्रभावित कर रहा है। आलम यह है कि हसनगंज ट्रिपल मर्डर, वजीरगंज में पेट्रोल पंप व्यवसायी की हत्या कर लूटपाट जैसी आधा दर्जन संगीन वारदातों की जांच में जुटी क्राइम ब्रांच में इन दिनों कोई सुपरविजन करने वाला ही नहीं है। जिससे न सिर्फ इनकी जांच प्रभावित हो रही है बल्कि, अपराधियों तक पहुंचने की पुलिस की मंशा भी नाकाम साबित हो रही है।

इन वारदातों की अटकी पड़ी है जांच

विरोध करने पर मार दी गोली

बीती क्0 मार्च को वजीरगंज की रिवर बैंक कॉलोनी में पेट्रोल पंप व्यवसायी एमपी त्रिवेदी बैंक में रकम जमा करने जा रहे थे। इसी दौरान वहां आ धमके बाइकसवार दो बदमाशों ने एमपी त्रिवेदी के पास मौजूद रुपयों से भरा बैग लूटने की कोशिश की। पर, त्रिवेदी ने लुटेरों से संघर्ष शुरू कर दिया। जिस पर बदमाशों ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी और क्0 लाख रुपये लूटकर फरार हो गए।

नतीजा: क्राइम ब्रांच और लोकल पुलिस ने ताबड़तोड़ ढंग से शातिर लुटेरों की तलाश शुरू की। कई संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की लेकिन, नतीजा अब तक सिफर ही रहा।

डबल मर्डर कर लूट ले गए लाखों

बीती फ्0 अक्टूबर को चौक के लाजपत नगर में क्रॉकरी व्यवसायी अमित गुरनानी व उसके नौकर दशरथ अपनी दुकान पर मौजूद थे। इसी दौरान वहां आ धमके बाइकसवार बदमाशों ने दुकान में घुसते ही पिस्टल से ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। दोनों की हत्या के बाद बदमाश दुकान में रखा ब् लाख रुपया समेटकर चंपत हो गए थे।

नतीजा: इस मामले में भी क्राइम ब्रांच और लोकल पुलिस ने बदमाशों की तलाश में दिन-रात एक कर दिये। कई संदिग्धों से पूछताछ भी हुई लेकिन, अब तक लुटेरों का सुराग नहीं मिल सका।

ट्रिपल मर्डर कर लूटे भ्0.भ्0 लाख

बीती ख्7 फरवरी को हसनगंज के बाबूगंज में एचडीएफसी बैंक के एटीएम में कैश लोडिंग करते वक्त बाइकसवार दो बदमाश वहां आ पहुंचे और उन्होंने पहले सिक्योरिटी गार्ड को गोली मारी फिर एटीएम में घुसकर कैश लोडर और कस्टोडियन को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद बदमाश भ्0.भ्0 लाख रुपयों से भरा बॉक्स लेकर फरार हो गए।

नतीजा: क्राइम ब्रांच के साथ ही एसटीएफ को भी जांच में जुटाया गया। एरिया में वारदात के वक्त एक्टिव रहे हजारों नंबरों को खंगाला गया। दर्जनों संदिग्धों से पूछताछ भी हुई। तेलंगाना के नालगोंडा में मारे गए सिमी आतंकियों पर वारदात को अंजाम देने का शक जताया गया। पर, जांच में सिमी कनेक्शन निराधार निकला। जिसके बाद से जांच अधर में।

यह तीन मामले तो वह हैं जिनके जरिए बदमाशों ने शहर की कानून-व्यवस्था को न सिर्फ चुनौती दी बल्कि लखनवाइट्स का चैन भी छीन लिया। इसी तरह केकेसी पेट्रोल पंप में वेंडर की हत्या कर लूटपाट, सरोजनीनगर में युवक की हत्या समेत कई अन्य वारदातों को अब भी खुलासे का इंतजार है। इन मामलों की जांच क्राइम ब्रांच के पास अब भी पेंडिंग है, लेकिन एसपी क्राइम की गैरमौजूदगी में इन जांचों का सुपरविजन न होने से टीमें किसी नतीजे तक नहीं पहुंच पा रहीं।

बिना सुपरवाइजिंग ऑफिसर के कतरा रही टीमें

इन तीनों ही वारदातों में 7.म्ख् बोर की पिस्टल का इस्तेमाल किया गया था और बदमाश बिना फायरिंग के भी लूटपाट को अंजाम दे सकते थे। पर, बदमाशों की हरकत से साफ पता चलता है कि उनका मकसद लूटपाट के साथ ही दहशत फैलाना भी था। हसनगंज कांड की जांच में जुटे ऑफिसर्स को पड़ताल में पता चला है कि मॉडस ऑपरेंडी के साथ ही उन दोनों वारदातों को अंजाम देने वाले बदमाशों का हुलिया भी प्रत्यक्षदर्शियों के बयान के मुताबिक कमोबेश मेल खाता है। सोर्सेज की मानें तो क्राइम ब्रांच टीमें पेंडिंग चल रही संगीन वारदातों में से कुछ मामलों में अपराधियों की पहचान की कोशिशों में जुटी हुई हैं लेकिन, सुपरवाइजिंग ऑफिसर की गैरमौजूदगी के चलते टीमें कोई भी इनिशिएटिव लेने से कतरा रही हैं।