-विधायक की प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश संगठन मंत्री, डिप्टी सीएम और ब्रजेश शर्मा से हुई मुलाकात

-दोषी अफसरों पर कार्रवाई का दिया आश्वासन, सीएम योगी से नहीं हो सकी मुलाकात

BAREILLY :

एसएसपी मुनिराज को जिले से हटवाना भाजपा विधायक पप्पू भरतौल के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बन चुका है। इसके लिए विधायक मंडे रात को ही लखनऊ पहुंच गए। ट्यूजडे को विधायक की डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा, प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल, प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र नाथ पाण्डेय और विधान सभा प्रमुख सचिव प्रदीप कुमार दुबे से अलग-अलग मुलाकात हुई। विधायक के साथ रमन पाण्डेय भी मौजूद रहे। विधायक ने सभी को पूरी स्थिति से अवगत कराया। जिस पर सभी ने विधायक पप्पू भरतौल को आश्वासन दिया कि मामले की जांच पार्टी और शासन स्तर से की जाएगी। इसके साथ विधायक पर दर्ज केस वापस होंगे और दोषियों पर भी कार्रवाई की जाएगी। जिसके बाद विधायक रात 10 बजे लखनऊ से बरेली के लिए रवाना हो गए।

सीएम से नहीं हो सकी मुलाकात

विधायक सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलने के लिए बरेली से गए थे। लेकिन व्यस्तता के चलते सीएम से मुलाकात नहीं हो सकी, लेकिन पार्टी के बड़े पदाधिकारियों और डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा से मुलाकात हुई, जिस पर उन्होंने अश्वासन दिया कि इसके लिए लखनऊ से दो सदस्यीय टीम बरेली आएगी। उसके बाद टीम की जांच रिपोर्ट सौंपेगी और उचित कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी से भी फोन पर बात हो चुकी है। ट्यूजडे शाम को सीएम से मुलाकात का समय मिला था हालांकि मुलाकात नहीं हो सकी। लेकिन पार्टी हाई कमान से उन्हें कार्रवाई का भरोसा दिया गया है।

उमरिया में पुलिस की छापेमारी पर रोक

उमरिया गांव में पुलिस की ताबड़तोड़ दबिशों के विरोध के सुर लखनऊ तक पहुंच गए। लखनऊ से फोन आने के बाद पुलिस ने गांव में दबिश देना बंद कर दी है। पुलिस ने मंडे रात गांव में दबिश नहीं दी। फिलहाल गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। लोग अपने-अपने घरों में ताला डालकर फरार हो गए हैं। पुलिस अब तक 57 बवालियों को पकड़कर जेल भेज चुकी है।

अब कार्रवाई पर लगी रोक

बता दें कि बिथरी प्रकरण में संडे रात पुलिस ने उमरिया गांव में दबिशें दी थीं। इस दौरान पुलिस ने बवालियों की धरपकड़ के लिए कई लोगों ने घरों में तोड़फोड़ का आरोप भी लगाया। इस तरह पुलिस ने आरोपियों को पकड़कर जेल भेजा था। इसके विरोध में सपा, कांग्रेसी व आईएमसी के नेता डीएम से मिले थे। कहा था कि बेगुनाहों को जेल न भेजा जाए। पूरा मामला लखनऊ तक पहुंच गया। इस पर एसएसपी मुनिराज जी ने उमरिया गांव में दबिश और कार्रवाई बंद करा दी।