लखनऊ (एएनआई)। कानपुर एनकांउटर मामले के मुख्य आरोपी विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद पुलिस उसके भाई की तलाश में जुटी है। लखनऊ पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के भाई के ठिकाने की जानकारी देने के लिए 20,000 रुपये के इनाम की घोषणा की है।उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADG) लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार के मुताबिक, विकास के भाई दीप प्रकाश दुबे कानपुर एनकाउंटर मामले के बाद से फरार हैं। इससे पहले सोमवार को, उत्तर प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया था कि वह कानपुर में आठ पुलिसवालों की मौत के मुख्य आरोपी हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के एनकाउंटर की जांच कर रहे पैनल का पुनर्गठन करने के लिए तैयार है।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा जिसे सलाखों के पीछे होना चाहिए उसे जमानत मिली

साेमवार को सुप्रीम कोर्ट में हुई इस मामले की सुनवाई में मुख्य न्यायधीश जस्टिस एसए बोबड़े की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि यह संस्थानों की असफलता है कि जिसे सलाखों के पीछे होना चाहिए उसे जमानत मिली थी। विकास दुबे जैसे व्यक्ति पर कई मामले दर्ज थे फिर भी उसे बेल मिली हुई थी। पीठ में चीफ जस्टिस के अलावा जस्टिस एएस बोपन्ना और जस्टिस वी रामसुब्रमण्यम शामिल थे। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार से कहा कि प्रदेश में कानून का राज स्थापित करें।

बिकरू गांव पहुंची पुलिस टीम पर विकास ने साथियों संग किया था हमला

बता दें कि विकास दुबे ने 2-3 जुलाई की रात में उसे गिरफ्तार करने बिकरू गांव पहुंची पुलिस टीम पर अपने साथियों के साथ हमला कर दिया था। इस दाैरान 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। इसके बाद विकास दुबे को 9 जुलाई को उज्जैन में मध्य प्रदेश पुलिस ने महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया गया था और उसे कानपुर लाया जा रहा था। 10 जुलाई की सुबह कानपुर भाैती के पास गाड़ी पलट गई और इस दाैरान भागने के प्रयास में पुलिस द्वारा उसे मुठभेड़ में मार दिया गया था।

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