-डिवीजन में होगा बदलाव

-शुक्रवार को होने वाली बैठक में लगेगी अंतिम मुहर

द्यह्वष्द्मठ्ठश्र2@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

रुष्टयहृह्रङ्ख: लखनऊ यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स को अब एक से अधिक सब्जेक्ट्स में भी ग्रेस मा‌र्क्स मिल सकेंगे। अब तक एक साल में सात अंकों का ग्रेस मा‌र्क्स सिर्फ एक विषय में ही मिलते हैं। साथ ही पासिंग मा‌र्क्स एक समान करने और डिवीजन के मा‌र्क्स में बड़ा बदलाव किया जाएगा। एग्जाम के नियमों में बदलाव की तैयारी को लेकर बुधवार को वीसी प्रो। एसपी सिंह की अध्यक्षता में परीक्षा नियंत्रक और सभी संकाय अध्यक्षों के साथ बैठक हुई।

शुक्रवार को होगा फैसला

इस पर अंतिम निर्णय शुक्रवार को होने वाली बैठक में लिया जाएगा। बैठक में डिविजन के प्रतिशत में भी बदलाव करने पर विचार किया गया है। वर्तमान व्यवस्था में 48 प्रतिशत पर सेकेंड डिवीजन घोषित किया जाता है। जबकि अन्य विश्वविद्यालयों में यह 45 फीसद है। एलयू में एलएलएम में 65 परसेंट लाने पर ही फ‌र्स्ट डिवीजन होती है जबकि अन्य सभी जगह 60 परसेंट को ही फ‌र्स्ट डिवीजन माना जाता है।

एक समान होंगे कोर्स

अभी एलयू में पाठ्यक्रमों का आर्डिनेंस भी अलग अलग होता है। जिसके कारण स्टूडेंट्स को परेशानी का सामना करना पड़ता है। अब इसे सभी कोर्सेज के लिए एक समान करने की तैयारी है। इसके अलावा सभी पाठ्यक्रमों में पासिंग मा‌र्क्स एक समान करने पर भी चर्चा हुई। प्रोफेशनल कोर्सेज में 50 परसेंट नंबर लाने पर, बीए में एक पेपर में 33 और कुल 36 परसेंट लाने पर ही पास कर दिया जाता है। बीए ऑनर्स में एक पेपर में 36 और कुल 40 परसेंट आने पर भी पास किया जाता है। अब सभी को एक समान करने का प्रयास है।