-पीजी में एडमिशन नहीं न मिलने पर दागी छात्रों का बवाल

-अनशन पर थे दागी स्टूडेंट्स, वीसी की गाड़ी पर पथराव

-पांच प्रोफेसर गंभीर रूप से घायल, उपद्रवियों की हुई पहचान

एलयू को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया
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LUCKNOW : लखनऊ युनिवर्सिटी में एक बार फिर से अराजकता चरम पर है। पीजी में एडमिशन से बाहर करने के विरोध में अनशन पर बैठे दागी स्टूडेंट्स ने बुधवार को कैंपस में जमकर तांडव मचाया। बुधवार को प्रदर्शनकारियों ने सबसे पहले वीसी का घेराव किया, बात नहीं बनी तो वीसी प्रो। एसपी सिंह की गाड़ी पर जमकर पथराव किया। प्रॉक्टोरियल टीम ने स्टूडेंट्स को रोकने की कोशिश की तो उपद्रवी छात्रों ने पूरी प्रॉक्टोरियल टीम को कैंपस में दौड़ा-दौड़ाकर पीटना शुरू कर दिया। चीफ प्रॉक्टर प्रो। विनोद सिंह, एडशिनल प्रॉक्टर प्रो। गुरनाम सिंह, डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर प्रो। राज कुमार सिंह, चीफ प्रॉवोस्ट प्रो। संगीता रानी सहित करीब एक दर्जन शिक्षकों को जमकर पीटा। जिससे पांच प्रोफेसर गंभीर रूप से घायल हो गये। यूनिवर्सिटी प्रशासन का दावा है कि घटना में शामिल चार उपद्रवी स्टूडेंट्स की पहचान कर ली गई है। सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए सीओ महानगर को तहरीर दी गई है। तहरीर के आधार पर पुलिस ने हसनगंज थाने में उपद्रवी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। इस बीच बवाल को देखते हुए एलयू को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है।

यूनिवर्सिटी बंद, काउंसिलिंग लटकी
कैंपस में अराजकता का माहौल होने के बाद आनन-फानन में यूनिवर्सिटी को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया। इसके साथ ही बुधवार से शुरू हुई पीजी कोर्सेस की काउंसिलिंग और मूल्यांकन को भी बंद कर दिया गया। यूनिवर्सिटी प्रशासन का कहना है कि यूनिवर्सिटी में जो माहौल है ऐसे में यहां कामकाज काफी मुकिश्ल है। गौरतलब है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन इस बार पांच जुलाई से नए सेशन की शुरुआत करने का जा रहा था।

एडमिशन रोके जाने से नाराजगी
यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कुछ पूर्व छात्रों को जो कई कैंपस में कई उपद्रवों में शामिल रहे हैं, उनको पीजी कोर्सेस में एडमिशन देने पर रोक लगा दी थी। करीब दो दर्जन छात्रों का एंट्रेंस का रिजल्ट भी नहीं जारी किया गया था। इसके विरोध में छात्रों ने सोमवार से यूनिवर्सिटी में भूख हड़ताल और विरोध प्रदर्शन शुरू किया था। बुधवार को वीसी प्रो। एसपी सिंह साढ़े 11 बजे के आसपास प्रशासनिक भवन से एकेडमिक स्टाफ में दूसरी यूनिवर्सिटी व कॉलेजों से आए शिक्षकों को लेक्चर लेने जा रहे थे। ठीक इसी समय प्रशासनिक भवन के पास पूर्व छात्र आकाश सक्सेना उर्फ लाला वीसी की गाड़ी के सामने लेट गया और एडमिशन की मांग करने लगा। उसके समर्थन में छात्र हिमांशु और विनय यादव भी आ गए। हालांकि इस दौरान पुलिस ने उन्हें किनारे कर दिया। वीसी लेक्चर लेने चले गए।

लेक्चर देकर निकलते ही बरसे उपद्रवी
वीसी दोपहर में करीब एक बजे एकेडमिक स्टाफ से लेक्चर देकर निकले, जहां प्रॉक्टोरियल टीम पहले ही उनके इंतजार में खड़ी थी। वीसी को बाहर आता देख पूर्व छात्र आशीष मिश्र उर्फ बॉक्सर समेत अन्य उन्हें घेरने के साथ अपनी बात रखने की कोशिश की। इसी दौरान बहस शुरू हो गई। माहौल खराब होता देख प्रॉक्टोरियल टीम ने वीसी को उनकी गाड़ी में बैठा दिया। इस पर पूर्व छात्र भड़के उठे और बवाल शुरू हो गया। यूनिवर्सिटी प्रशासन का दावा है कि वीसी की गाड़ी पर पथराव करने के साथ उनकी गाड़ी का शीशा तोड़ने की कोशिश की गई। इसी दौरान कुछ उपद्रवियों ने प्रॉक्टोरियल टीम पर हमला कर फिजिकल एजुकेशन के सामने स्थिति रोड पर दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया।

और देखती रही पुलिस-पीएसी
कैंपस में जब बवाल हो रहा था, उस समय चंद कदमों की दूरी पर पुलिस से लेकर पीएसी तक मौजूद थी, लेकिन कोई सामने नहीं आया। एलयू प्रशासन का आरोप है कि सुबह से ही कुछ उपद्रवी माहौल खराब करने का षड़यंत्र कर रहे थे। इसकी जानकारी समय पर पुलिस से लेकर जिला प्रशासन तक को दी गई, लेकिन किसी भी स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। आरोप है कि चौकी इंचार्ज पंकज मिश्रा ने उपद्रवियों को भगाकर वहां बीच बचाव कर रहे अंकित सिंह बाबू समेत एक अन्य को हिरासत में लेकर खानापूर्ति कर दी।

प्रोक्टर की तहरीर पर एलयू कैंपस में हंगामा, मारपीट करने वाले आरोपी छात्रों के खिलाफ सरकारी काम में बाधा, मारपीट, पथराव और 7 सीएलए एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है।
अनुराग सिंह, सीओ महानगर