- प्रदूषण के मामले में लखनऊ ने दिल्ली को भी पछाड़ा

LUCKNOW

स्मॉग और प्रदूषण को लेकर दिल्ली में मचे हंगामे के बीच लखनऊ के लिये बुरी खबर है। राजधानी की हवा अब सांसों के लिये भारी पड़ रही है। यह हम नहीं कह रहे बल्कि, आंकड़े इसकी गवाही खुद दे रहे हैं। सोमवार को राजधानी का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 294 रिकॉर्ड किया गया जो कि देश में सबसे ज्यादा बदतर है। जबकि, दिल्ली में एक्यूआई 249 रिकॉर्ड किया गया। वहीं, प्रदूषण के मामले में 282 एक्यूआई के साथ गाजियाबाद ने दूसरे और 272 एक्यूआई के साथ मुरादाबाद ने तीसरे नंबर पर अपनी जगह बनाई है। आमतौर पर माना जाता है कि दीपावली के करीब पटाखों के जलाए जाने की वजह से हवा ज्यादा जहरीली हो जाती है लेकिन, दीपावली से सप्ताह भर पहले एक्यूआई का स्तर चिंता बढ़ाने वाला है। ऐसे में आशंका है कि राजधानी की हवा का प्रदूषण स्तर और भी बढ़ने वाला है।

मौसम की वजह से नहीं फैल पा रहा प्रदूषण

जानकार बताते हैं कि मौसम बदलने के चलते इन दिनों राजधानी में बादल छाये हुए हैं। जिसकी वजह से नमी है। हवा का बहाव कम और नमी होने की वजह से धूल व प्रदूषण फैल नहीं पा रहा है। नतीजतन राजधानी में अभी से धुंध फैली दिखाई पड़ रही है। बताया गया कि प्रदूषण में एकदम से इजाफा नहीं हो गया बल्कि, प्रदूषण के कारक पहले जैसे ही हैं, सिर्फ मौसम की वजह से इसके फैलने में आ रही बाधा हालात को गंभीर बना रही है।

धूल है प्रदूषण की मुख्य जिम्मेदार

उल्लेखनीय है कि पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने कुछ दिनों पहले आईआईटी कानपुर से अध्ययन कराया था। इस अध्ययन में पता चला था कि राजधानी के प्रदूषण का मुख्य कारण यहां की सड़कों से उड़ने वाली धूल है। प्रदूषण फैलाने में इसका हिस्सा 87 प्रतिशत है। वहीं, वाहनों से होने वाले प्रदूषण का हिस्सा 5.2 प्रतिशत और कूड़ा आदि जलाने के प्रदूषण का हिस्सा 2.1 प्रतिशत है। वायु प्रदूषण के लिये बीते वर्ष बोर्ड द्वारा बनाए गए एक्शन प्लान में 17 विभागों को इस बात की जिम्मेदारी सौंपी गई थी कि वह धूल पैदा करने वाले कारकों को नियंत्रित करें, जिससे वायु प्रदूषण पर अंकुश लगाया जा सके। इसके बावजूद सारी कवायद इस बार फिर धरी रह गई।

कहां कितना रहा एक्यूआई

लखनऊ 294

गाजियाबाद 284

मुरादाबाद 272

नोएडा 260

मेरठ 255

ग्रेटर नोएडा 243

बागपत 234

मुजफ्फरपुर 220

बुलंदशहर 217