PATNA: जून में दो ग्रहण लगने वाले हैं। एक चंद्र और एक सूर्यग्रहण। जबकि पांच जून से पांच जुलाई के बीच तीन ग्रहण लगेंगे। पांच जून और पांच जुलाई को चंद्रग्रहण और 21 जून को सूर्यग्रहण लगेगा। आचार्य पीके युग ने वृहद संहिता के हवाले से बताया कि किसी महीने में दो से अधिक ग्रहण हो तो वह समय लोगों के लिए कष्टकारी माना जाता है। पांच जून को लगने वाला चंद्रग्रहण वास्तव में उपछाया ग्रहण के रूप में है। उपछाया ग्रहण में सूतक स्नानादि का विचार नहीं किया जाता। 5 जून को लगने वाला चंद्रग्रहण रात को 11.15 बजे से 6 जून को 2.34 बजे तक होगा।

21 जून को लगेगा सूर्यग्रहण

21 जून को सूर्यग्रहण लगेगा। ग्रहण का आरंभ सुबह 9.15 बजे से दोपहर 3.04 बजे तक रहेगा। सूर्यग्रहण आषाढ़ की अमावस्या को मृगशिरा नक्षत्र और मिथुन राशि में लगेगा। यह ग्रहण आर्थिक मंदी और भीषण वर्षा का सूचक होगा। ग्रहण काल में सूर्य उपासना, आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करना लाभकारी है। साइंस सेंटर के अधिकारियों ने कहा कि चंद्रग्रहण और सूर्यग्रहण को लेकर श्रीकृष्ण विज्ञान केंद्र की ओर से फिलहाल कोई खास तैयारी नहीं की गई है। पांच जून को लगने वाले ग्रहण में चांद का एक हिस्सा धुंधला दिखाई देगा। ऐसा चंद्रमा पर पृथ्वी की उपछाया पड़ने से होगा। पांच जुलाई को भी ऐसा ही एक चंद्रग्रहण लगेगा।