कानपुर। देश में इन दिनों करतारपुर कॉरिडोर काफी चर्चा में हैं। करतारपुर कॉरीडोर को लेकर पंजाब में सिख संगत में जश्न का माहौल है। आज उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू डेरा बाबा नानक के गांव मान पहुंचकर डेरा बाबा नानक-करतारपुर साहिब काॅरिडाेर का नींवपत्थर रखा है। इस दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, गर्वनर बीपी सिंह बदनौर, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, हरदीप पुरी समेत कई बड़े दूसरे नेता मौजूद रहें।

उपराष्ट्रपति ने रखी करतारपुर कॉरिडोर की नींव,जानें इसका भारत-पाक कनेक्शन

क्या है करतारपुर कॉरिडोर

सिखों के प्रथम गुरु नानकदेव ने करतारपुर में अपने जीवन के अंतिम 18 साल गुजारे थे। यहां एक गुरुदवारा है। यह करतार साहिब नाम से भी जाना जाता है। यह भारतीय पंजाब के गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक में सीमावर्ती बेल्ट के ठीक सामने स्थित है। हालांकि अगस्त 1947 में भारत के विभाजन के बाद यह पाकिस्तान क्षेत्र में शामिल हो गया था। यह भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगभग दो से तीन किलोमीटर दूर स्थित है। इसके बाद से सिख समुदाय के लोग अंतरराष्ट्रीय सीमा करतारपुर गुरुद्वारे को देखकर ही प्रार्थना करते थे।

जानें क्यों चर्चा में है

करतारपुर काॅरिडोर को भारत और पाकिस्तान के बीच आपसी रिश्तों में सुधार लाने के दिशा में एक नई आशा के रूप में देखा जा रहा है। भारत के साथ ही इसका निर्माण पाकिस्तान की ओर से भी किया जाएगा। इसके निर्माण के बाद आजादी के बाद लोग बिना किसी रोक-टोक के लोग बॉर्डर पार करके जा सकेंगे। पाकिस्तान में करतारपुर कॉरिडोर की आधारशिला 28 नवंबर को रखी जाएगी। यहां पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान इसकी नींव रखेंगे। खास बात तो यह है कि इस पाक ने इस मौके पर भारत को भी निमंत्रण दिया है।

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