नोटिस से घबराया किसान

जानकारी के अनुसार पलासनेर के छोटे से किसान घासीराम शिवलाल को आयकर विभाग का एक नोटिस मिला। जिसमें सवाल किया कि किसान के भारतीय स्टेट बैंक खाते में अरबो-खरबों रुपए की राशि कहां से आई। किसान ने नोटिस मिलने के बाद गांव के शिक्षित और प्रबुद्ध ग्रामीण से जब जानकारी चाही तो उन्होंने उसका मतलब बताया। मामला बैंक पहुंचा जहां बैंक के मुख्य शाखा प्रबंधक आरके सरजरे ने इसे साधारण मामला बताया। उन्होंने बताया कि घासीराम को जो आयकर विभाग का नोटिस मिला उसमें बड़ी राशि का जिक्र नहीं है। शाखा प्रबंधक ने कहा कि यह तकनीकी कारण से हुई गलती है, इसमें घबराने की जरूरत नहीं है।

बड़ी राशि का जिक्र नहीं

आयकर विभाग को किसान अपना स्पष्टीकरण दे सकते हैं। बैंक से भी यदि आयकर विभाग जानकारी मांगेगा तो बैंक भी जानकारी दे देगी। पलासनेर के किसान की पासबुक में दर्ज राशि की संख्या के अनुसार एक एंट्री में 692 खरब 91 अरब 6 करोड़ 94 लाख 42 हजार 629 रुपए अंकित है। इसके अलावा 443 खरब 93 अरब 62 करोड़ 13 लाख 24 हजार 510 भी अंकित है। यह एंट्री मार्च 2015 की 3 और 8 तारीख में दर्ज है। जबकि आयकर विभाग ने नवंबर माह के अंतिम सप्ताह में नोटिस जारी किया है।  एसबीआई चीफ मेनेजर का यह भी कहना है कि किसान को घबराने की जरूरत नहीं है। आयकर विभाग के नोटिस और बैंक स्टेटमेंट में बड़ी राशि का जिक्र नहीं है। टंकण त्रुटि के कारण यह गफलत हुई।

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