- दिनभर व्यस्त रहा स्वास्थ्य विभाग का अमला

- चार सीरियस मरीजों को किया गया रिफर

ALLAHABAD: एक ओर आस्था तो दूसरी ओर प्रकृति। दोनों एक-दूसरे के सामने झुकने को तैयार नहीं है। नतीजा सामने है, गंगा में डुबकी लगाने आ रहे श्रद्धालु ठंड से लगातार बीमार हो रहे हैं। गुरुवार को यह आंकड़ा काफी आगे निकल गया। शाम होते-होते माघ मेले में हॉस्पिटल पहुंचने वाले मरीजों की संख्या तीन हजार का आंकड़ा पार कर चुकी थी। इनमें से कई को भर्ती किया गया तो कुछ को इलाज के लिए शहर के हॉस्पिटल्स रिफर किया गया। डॉक्टरों का कहना है कि मौसम के यही हालात रहे तो भविष्य में श्रद्धालुओं को अधिक परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

श्रद्धालु कम, मरीज ज्यादा

बुधवार को संगम स्नान के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या पच्चीस लाख थी और हॉस्पिटल पहुंचने वाले मरीज ख्700 थे। इसके उलट गुरुवार को महज दस लाख श्रद्धालु मेले पहुंचे लेकिन मरीजों की संख्या तीन हजार से अधिक थी। ठंड और गलन बढ़ने की वजह से संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा कुल ख्क् मरीजों को भर्ती किया गया। इनमें से चार शाम तक डिस्चार्ज हो चुके थे। कुल चार मरीजों की हालत सीरियस होने पर उन्हें शहर के सरकारी हॉस्पिटल्स में रिफर किया गया। इनमें शहर के पन्नालाल रोड निवासी सुरेश अग्रवाल को पैरों में तेज दर्द और मप्र रीवां के राम सजीवन को चक्कर आने पर रिफर कर दिया गया।

डुबकी लगाने के बाद बिगड़ी हालत

मेला एरिया के पूर्वी हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ। शक्ति बसु ने बताया कि ठंड ने लोगों की कमर तोड़ रखी है। दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालुओं को डुबकी लगाने के बाद ठंड लगने से शिकायत हो रही है। अधिकतर मरीज पेट दर्द की शिकायत कर रहे हैं। उन्हें ग्लूकोज और दवाएं देकर घर भेजा गया। कई मरीजों ने बॉडी में तेज दर्द की शिकायत दर्ज कराई। डॉ। बसु ने कहा कि अगर ठंड का प्रकोप ऐसे ही जारी रहा तो भविष्य में मेला आने वाले श्रद्धालुओं को अधिक दिक्कत हो सकती है। सीएमओ डॉ। पदमाकर सिंह के मुताबिक मेले में तीस एम्बुलेंस और फ्ख् डॉक्टरो ंकी ड्यूटी लगाई गई है। सीरियस मरीजों को तत्काल, कॉल्विन, बेली या एसआरएन हॉस्पिटल रिफर किया जा रहा है।