डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Magh Purnima 2021: माघी पूर्णिमा से मौसम सुहावना होने लगता है। मान्यता है कि माघी पूर्णिमा के समय पर नदियों एवं सरोवरों में अमृत वर्षा होती है। इसलिए इस दिन नदियों एवं सरोवरों में नहाने से अमृत्व प्राप्त होता है। हिंदू शास्त्रों के मुताबिक पूर्मिमा के दिन चन्द्रमा अपनी सम्पूर्ण कलाओं में होता है। वैसे हर माह में पूर्णिमा पड़ती है लेकिन इस पूर्णिमा का विशेष महत्व है। माघ माह की पूर्णिमा में गंगा यमुना सरस्वती नर्मदा नदी में स्नान करने का विशेष महत्व है। किसी भी नदी या सरोवर में स्नान करने से रोग एवं दरिद्रता दूर होती है। जीवन में उन्नति के रास्ते खुलते है।
कार्य पूर्णता को प्राप्त होता
माघी पूर्णिमा के अवसर पर ब्रह्म मूहूर्त में स्नान करना ज्यादा फलदायी माना जाता है। इस दिन भगवान् विष्णु का विधिपूर्वक पूजन करने से विशेष फल मिलता है। माघी पूर्णिमा का धर्म शास्त्रों के अलावा समाजिक आधार पर भी विशेष महत्व है। माघी पूर्णिमा के दिन सफेद वस्तु धारण करने का महत्व है। ज्योतिष के अनुसार माघ पूर्णिमा अन्य सभी पूर्णिमा की अपेक्षा श्रेष्ठ एवं फलदायी मानी गई है। इस दिन जातक यदि कोई कार्य प्रारम्भ करे तो वह कार्य पूर्णता को प्राप्त होता है। कार्य व्यवसाय में विशेष उन्नति होती है। चन्द्ररुपी रश्मियों की अमृतवर्षा निरन्तर होती रहती है। जीवन सुखमय खुशहाल एवं सुख संपदा से पूर्ण होता है।

By: Shweta Mishra | Updated Date: Sat, 27 Feb 2021 14:47:24 (IST)