===एक्सक्लुसिव======

-वाराणसी-इंदौर रूट पर प्राइवेट ट्रेन के सफल होने पर आइआरसीटीसी चलाएगा कई और कार्पोरेट ट्रेन

-ट्रेन में पैसेंजर्स को कन्फर्म सीट के साथ मिलेगी तमाम सुविधाएं तो रेलवे को भी होगा फायदा

<===एक्सक्लुसिव======

-वाराणसी-इंदौर रूट पर प्राइवेट ट्रेन के सफल होने पर आइआरसीटीसी चलाएगा कई और कार्पोरेट ट्रेन

-ट्रेन में पैसेंजर्स को कन्फर्म सीट के साथ मिलेगी तमाम सुविधाएं तो रेलवे को भी होगा फायदा

raghvendra.mishra@inext.co.in

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ङ्कन्क्त्रन्हृन्स्ढ्ढ

बाबा श्रीकाशी विश्वनाथ की नगरी बनारस को महाकाल की नगरी उज्जैन से जोड़ने वाली काशी-महाकाल एक्सप्रेस को बड़े धूमधाम से ट्रैक दौड़ा दिया गया है। देश की तीसरी और यूपी की दूसरी कार्पोरेट ट्रेन धार्मिक पर्यटन को नई ऊचाइंयों पर ले जाएगी तो यह हमसफर ट्रेन उत्तर पूर्व में प्राइवेट ट्रेन को भी दिशा दिखाएगी। यही नहीं इस ट्रेन की सक्सेस के बाद आईआरसीटीसी दूसरे रूट्स पर भी ऐसी ही कार्पोरेट ट्रेन उतारने पर विचार कर रहा है। इससे पैसेंजर्स को कन्फर्म सीट के साथ ही तमाम सुविधाएं मिलेगी वहीं रेलवे को भी फायदा होगा।

डेढ़ लाख से अधिक का फ्लो

बनारस आने वाले श्रद्धालुओं में हर साल डेढ़ लाख की संख्या उनकी होती है जो तीन ज्योतिर्लिग ओंकारेश्वर व महाकालेश्वर के दर्शन के बाद श्रीकाशी विश्वनाथ का दर्शन करने पहुंचते हैं। इसकी पहली सीधी सर्विस वाराणसी-इंदौर रूट पर ख्0 फरवरी से शुरू हो रही है। यह ट्रेन फिलहाल वीक में तीन दिन चलेगी। इसके लिए दो रूट निर्धारित किये गये हैं। एक रूट वाराणसी इलाहाबाद होते कानपुर, झांसी, बिना, संत हरिदानगर (भोपाल), उज्जैन व इंदौर है तो दूसरा वाराणसी से सुल्तानपुर, लखनऊ, कानपुर, झांसी, बिना, संत हरिदानगर (भोपाल), उज्जैन व इंदौर है। आइआरसीटीसी काशी-महाकाल एक्सप्रेस के रूट पर धार्मिक स्थलों को कवर करने वाले टूर पैकेज भी प्रोवाइड करा रहा है। इसमें काशी, महाकालेश्वर, ओंकारेश्वर, भोपाल, सांची, उज्जैन, भीमबेतका, अयोध्या और प्रयागराज शामिल है। आगे अन्य डेस्टिनेशन को भी टच किया जाएगा।

फैसिलिटीज से करेंगे अट्रैक्ट

कैंट स्टेशन इंदौर रूट पर आइआरसीटीसी के टूर पैकेज में ही रहने, खाने व ट्रांसपोर्टेशन की सुविधा शामिल है। वहीं पैसेंजर्स के घर से स्टेशन व स्टेशन से घर तक सामान लाने और ले जाने की व्यवस्था भी रेलवे ही करेगा। यह आइआरसीटीसी की पहली लंबी दूरी की ओवरनाइट जर्नी ट्रेन होगी, जिसमें पैसेंजर्स को कई तरह की सुविधाएं मिलेंगी। इनमें उच्च गुणवत्ता वाला शाकाहारी भोजन, हाउसकीपिंग सर्विसेज, ऑनबोर्ड बेडरोल्स और ऑनबोर्ड सिक्योरिटी सर्विसेज शामिल है। पहला रिजर्वेशन चार्ट तैयार हो जाने के बाद काशी महाकाल एक्सप्रेस के छूटने से पहले स्टेशन व ट्रेन में टिकट बुकिंग उपलब्ध होगी। वेटिंग और कंफर्म ई-टिकट दोनों के मामले में बुकिंग कैंसिल करने पर पैसेंजर्स को पूरा किराया वापस भी किया जाएगा।

कई रूट पर पूरे साल वेटिंग

कैंट स्टेशन वाराणसी से जुड़ने वाली कई ऐसी जगहें हैं जहां पूरे साल ट्रेन में वेटिंग ही रहती है। किसी भी सीजन में कंफर्म टिकट मिलना मुश्किल होता है। काशी महाकाल एक्सप्रेस से इन रूट पर कार्पोरेट ट्रेन चलाने का रास्ता खुल जाएगा। जिससे लोगों को वेटिंग टिकट लेकर जर्नी करने से निजात मिल जाएगा। वहीं अन्य ट्रेंस की अपेक्षा कार्पोरेट ट्रेन में तमाम सुविधा भी मिलेगी। इसको देखते हुए आइआरसीटीसी सभी पहलुओं पर विचार कर रहा है। काशी महाकाल एक्सप्रेस के सक्सेस होते ही अन्य रूट पर ट्रेन चलाने को अमलीजामा पहना दिया जाएगा।

आइआरसीटीसी एक-एक कर कार्पोरेट ट्रेन उतारेगी। तीसरी ट्रेन काशी महाकाल एक्सप्रेस का संचालन ख्0 फरवरी से होने लगेगा। इसके बाद अन्य ट्रेन को उतारा जाएगा।

सिद्धार्थ सिंह, पीआरओ

आइआरसीटीसी, नई दिल्ली

काशी से रवाना वाली ट्रेन का पैकेज

-उज्जैन-ओंकारेश्वर दर्शन : किराया प्रति व्यक्ति 9ब्ख्0 रुपये

-उज्जैन-ओंकारेश्वर-माहेश्वर-इंदौर :, किराया प्रति व्यक्ति क्ख्ब्भ्0 रुपये

-भोपाल-सांची-भीमबेटका-उज्जैन : किराया प्रति व्यक्ति क्ब्9भ्0 रुपये

-भोपाल-सांची-भीमबेटका दर्शन : किराया प्रति व्यक्ति 8ब्80 रुपये

-काशी दर्शन एक : किराया, प्रति व्यक्ति म्0क्0 रुपये

-काशी दर्शन दो : किराया, प्रति व्यक्ति 8क्क्0 रुपये

-काशी-प्रयाग दर्शन : किराया, प्रति व्यक्ति क्00भ्0 रुपये

-काशी-प्रयाग-अयोध्या दर्शन : किराया प्रति व्यक्ति क्ब्770 रुपये

-काशी-अयोध्या-प्रयाग दर्शन : किराया, प्रति व्यक्ति क्ब्770 रुपये