-ट्रायल रन के कोच बी-5 के 64 नंबर बर्थ पर बिराजे 'भगवान महाकाल' ने की यात्रा, हटाया गया अस्थाई मंदिर

-शिव परिवार का दर्शन सहित भजन कीर्तन करते हुए स्पेशल गेस्ट पहुंचे उज्जैन, कल पहुंचेंगे बनारस

VARANASI

काशी महाकाल एक्सप्रेस के ट्रायल रन में कोच बी-5 के 64 नंबर सीट पर बने अस्थाई मंदिर में विराजमान 'भगवान महाकाल' का दर्शन पूजन करते हुए ट्रेन में सवार स्पेशल गेस्ट उज्जैन पहुंचे। देश के इस तीसरी कार्पोरेट ट्रेन की यात्रा में हमसफर के रूप में शिव परिवार के साथ ही उनकी मंडली भी मौजूद रही। आईआरसीटीसी की मंशानुसार कार्पोरेट ट्रेन के इनागरल जर्नी में अंदर का माहौल आध्यात्मिक बनाने के लिए यह कवायद की गई थी। जिसके तहत ट्रेन के अंदर स्पीकर से भजन भी बजाए गए। ट्रेन में सवार रेल ऑफिसर्स व उनके फेमिली मेंबर्स के अलावा स्पेशल गेस्ट ने भजन-कीर्तन भी किया। हालांकि अब 20 फरवरी को व्यावसायिक रूप से संचालित होने वाली ट्रेन में सफर करने वाले पैसेंजर्स कोच में भगवान महाकाल का दर्शन नहीं कर पाएंगे।

पूजा-पाठ के लिए बना था मंदिर

काशी महाकाल एक्सप्रेस के उद्घाटन ट्रेन के कोच में पूजा पाठ के लिए भगवान महाकाल का चित्र लगाया था। आईआरसीटीसी, नई दिल्ली के पीआरओ सिद्धार्थ सिंह ने बताया कि ट्रेन में मंदिर की व्यवस्था अस्थाई तौर पर थी। नयी ट्रेन में कर्मचारियों ने भगवान शिव का चित्र बर्थ पर रखकर पूजा पाठ किया था। अब 20 फरवरी को व्यवसायिक सफर शुरू होने पर यह व्यवस्था नहीं रहेगी। काशी-महाकाल एक्सप्रेस ट्रेन से जुड़ा टूर पैकेज भी जारी किया जा चुका है।

खास सत्कार करेगा अभिभूत

उद्घाटन ट्रेन में सफर करने वाले विशिष्ट यात्रियों का सत्कार राजस्थानी परिधान धारण किए आईआरसीटीसी कर्मचारियों ने अलग अंदाज में किया। यह व्यवस्था व्यावसायिक सफर में भी जारी रहेगा। सीआरएम अश्विनी श्रीवास्तव ने बताया कि महाकाल एक्सप्रेस में यात्रियों का खास ख्याल रखा गया है। इसमें चलने वाले यात्रियों को मनोरंजन और अध्यात्मिक अहसास कराया जा रहा है।

सुबह 6.10 बजे पहुंची उज्जैन

कैंट स्टेशन से चली महाकाल एक्सप्रेस सोमवार को सुबह 6.10 बजे उज्जैन पहुंची, जहां ट्रेन में सवार विशिष्ट अतिथि उतरकर गेस्ट हाउस पहुंचे। वहां से सभी मंदिर पहुंचे और ओंकारेश्वर का दर्शन-पूजन किया। वहीं ट्रेन इंदौर तक गई, जहां से उसके रैक को बनारस के लिए रवाना किया गया। विशिष्ट यात्री दूसरी ट्रेन से मंगलवार को बनारस के लिए रवाना होंगे।

जगह-जगह जोरदार स्वागत

रविवार को दोपहर 1.50 बजे ट्रेन कैंट स्टेशन से चली तो उसमें बैठे रेल कर्मियों के परिजनों के साथ ही विशिष्ट लोगों का स्वागत किया गया। आईआरसीटीसी के अधिकारियों व कर्मचारियों ने यात्रियों से फीडबैक लिया। दोपहर 3.50 बजे ट्रेन इलाहाबाद पहुंची। रीता बहुगुणा जोशी, सांसद केशरी देवी, सांसद विनोद सोनकर ने जोरदार स्वागत किया। शाम 5.40 बजे मालवा स्टेशन पर ट्रेन रोककर वंदे भारत को पास दिया गया। शाम 6.40 बजे ट्रेन कानपुर पहुंची। सांसद देवेंद्र सिंह भोला, सत्यदेव पचौरी, राज्यसभा सांसद सुखराम सिंह यादव व विधान सभा सदस्य अरुण पाठक ने नारियल फोड़कर ट्रेन को रवाना किया।