रायगढ़ (एएनआई)। महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में पिछले 24 घंटों में लगातार बारिश के कारण हालात काफी गंभीर हैं। इस संबंध में रायगढ़ की जिला कलेक्टर निधि चौधरी ने शुक्रवार को बताया, रायगढ़ जिले में भूस्खलन और बाढ़ की वजह से अब तक पांच लोगों की मौत हो गई। उन्होंने पहले बताया था कि भूस्खलन से 15 लोगों को बचाया गया है और कम से कम 30 लोग अभी भी अंदर फंसे हुए हैं। रायगढ़ में लगातार हो रही बारिश के कारण चार भूस्खलन की खबर है, जिससे सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं। जलजमाव वाली सड़कों की वजह से राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल द्वारा किए जाने वाले बचाव कार्यों में देरी हुई है।

महाराष्ट्र सरकार ने केंद्र सरकार और सेना से मदद मांगी

इस बीच रायगढ़ की संरक्षक मंत्री अदिति तटकरे ने बताया कि महाड़ में फंसे लोगों को निकालने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने केंद्र सरकार और सेना से मदद मांगी है। अधिकारी ने कहा, "एनडीआरएफ की टीम को प्रभावित गांवों तक पहुंचने में परेशानी हो रही है क्योंकि सड़कें पानी में डूब गई हैं। इससे पहले गुरुवार को, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य के रत्नागिरी और रायगढ़ जिलों में पिछले 24 घंटों में मूसलाधार बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के लिए एक आपात बैठक की।

राज्य के कई क्षेत्रों के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया

सीएम ठाकरे ने आपदा प्रबंधन इकाइयों और संबंधित विभागों को सतर्क रहने और तुरंत बचाव अभियान शुरू करने का निर्देश मुख्यमंत्री कार्यालय को दिया। हाईटाइड और भारी बारिश के कारण गंभीर परिस्थितियों से निपटने के लिए एनडीआरएफ की दो टीमों को रत्नागिरी के खेड़ और चिपलून इलाकों में भेजा गया। पुणे मुख्यालय से रत्नागिरी के खेड़ और रायगढ़ के महाड में बचाव अभियान के लिए दो और टीमें भेजी गई हैं। आईएमडी ने राज्य के कई क्षेत्रों के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जहां अगले तीन दिनों में भारी बारिश होने की संभावना है।

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