कानपुर। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019 के नतीजे आने शुरु हो गए हैं। यहां की कराद विधानसभा सीट पर भी सबकी नजरें टिकी हैं। दरअसल इस सीट से पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण कांग्रेस की टिकट से चुनाव लड़े हैं। इनका सामना बीजेपी के अतुल सुरेश भोसले से है। चव्हाण के सामने अतुल सुरेश का कद भले छोटा हो, मगर बीजेपी का यह उम्मीदवार बड़ा उलटफेर भी कर सकता है जिससे पृथ्वीराज को बचना होगा।

कांग्रेस के पृथ्वीराज चव्हाण आगे

कांग्रेस के पृथ्वीराज चव्हाण महाराष्ट्र की कराद साउथ विधानसभा सीट पर आगे चल रहे हैं। उन्हें शुरुआती मतगणना में 37374 वोट मिले हैं। बीजेपी के सुरेश भोसले दूसरे नंबर पर हैं उन्हें अभी तक 29208 वोट मिले हैं।

कौन हैं पृथ्वीराज चव्हाण

73 साल के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण का जन्म इंदौर में हुआ था मगर उन्होंने राजनीति की पारी महाराष्ट्र से शुरु की। पृथ्वीराज साल 2010 में तब पहली बार चर्चा में आए जब कांग्रेस ने अशोक चव्हाण को हटाकर पृथ्वीराज को सीएम की कुर्सी पर बिठा दिया। इन्हें महाराष्ट्र का 17वां मुख्यमंत्री बनाया गया था।

पीएमओ में रहे राज्यमंत्री

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनने से पहले पृथ्वीराज चव्हाण पीएमओ में राज्य मंत्री भी रहे हैं। कांग्रेस ने पृथ्वीराज चव्हाण को सीएम बनाकर मराठा समीकरण साधा था, जो उस वक्त काफी सफल भी रहा था। पृथ्वीराज चौहान की साफ-सुथरी छवि और सादगी उन्हें अन्य राजनेताओं से अलग बनाती है। प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री के अलावा पृथ्वीराज कांग्रेस के महासचिव भी रह चुके हैं। यही नहीं जम्मू-कश्मीर, कर्नाटक, हरियाणा, गुजरात, त्रिपुरा और अरुणाचल प्रदेश का प्रभार भी कांग्रेस ने पृथ्वीराज के कंधो पर सौंपा था।

पिता भी रह चुके थे सांसद

पृथ्वीराज चव्हाण अपने घर से राजनीति में आने वाले पहले शख्स नहीं हैं। पृथ्वीराजके पिता दाजीसाहब भी सक्रिय राजनीति से जुड़ रहे। दाजीसाहब साल 1957 में पहली बार सांसद बने थे और 1973 तक रहे। यही नहीं वह कांग्रेस सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रहे। दाजीसाहब के निधन के बाद उनकी पत्नी और पृथ्वीराज की मां प्रेमाला काकी ने लगातार पांच बार कराद से चुनाव लड़ा और जीता भी। काकी के निधन के बाद पृथ्वीराज ने उनकी विरासत संभाली और वह कराद से चुनाव लड़कर सांसद बने।

महाराष्ट्र की 288 सीटों पर हुए चुनाव

महाराष्ट्र विधानसभा के लिए 21 अक्टूबर को वोट डाले गए थे। यहां एक चरण में ही चुनाव प्रक्रिया संपन्न की गई। वोटों की गिनती की तारीख 24 अक्टूबर रखी गई और नतीजों की घोषणा भी उसी दिन हो जाएगी।  दरअसल महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 9 नवंबर को समाप्त हो जाएगा। महाराष्ट्र विधान सभा में सीटों की संख्या 288 हैं, इनमें 234 सीटें सामान्य हैं जबकि अनुसूचित जाति और अनूसूचित जनजाति की क्रमश: 29 और 25 सीटें हैं।