मुंबई (आईएएनएस)। सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को महाराष्ट्र की राजनीति को लेकर बड़ा फैसला सुनाया है। सर्वोच्च अदालत ने महाराष्ट्र सरकार को कल शाम पांच बजे तक फ्लोर टेस्ट करने को कहा है। यह बहुमत परीक्षण प्रोटेम स्पीकर के सामने किया जाएगा। अब सवाल यह उठता है कि प्रोटेम स्पीकर कौन बनेगा। राज्यपाल बीएस कोशियारी जो 14वीं विधान सभा के सभी नव-निर्वाचित विधायकों को पद की शपथ दिलाएंगे। साथ ही वह प्रो-टेम अध्यक्ष को भी नियुक्ति करेंगे।

सबसे वरिष्ठतम विधायक बनता है प्रोटेम स्पीकर

आमतौर पर प्रोटेम स्पीकर उसे नियुक्त किया जाता है जो विरष्ठतम विधायक होता है। वर्तमान विधानसभा में, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बालासाहेब थोरात जोकि संगमनेर (अहमदनगर) से विधायक चुने गए हैं। वह सबसे ज्यादा आठ बार के साथ सबसे वरिष्ठ विधायक हैं। अन्य वरिष्ठ नाम जो चुनाव मैदान में हो सकते हैं, वो एनसीपी नेता और वर्तमान उपमुख्यमंत्री अजीत पवार हैं, अजीत भी सात बार विधायक रह चुके हैं। वहीं राकांपा के जयंत पाटिल और दिलीप वालसे-पाटिल, भाजपा के बबनराव पचपेत और कालिदास कोलम्बकर और कांग्रेस के केसी पाडवी भी सात-सात बार विधायक बन चुके हैं। इसके अलावा, भाजपा के राधाकृष्ण विखे-पाटिल और हरिभाऊ बागडे, और राकांपा के छगन भुजबल जैसे नेता छह-बार निर्वाचित विधायक हैं।

कल हो जाएगा फैसला

सरकार के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने वरिष्ठतम विधायकों के कुछ योग्य नामों की सूची राज्यपाल को भेजी, जो उनमें से एक को प्रोटेम स्पीकर के रूप में चुनेंगे। बता दें 13 वीं विधानसभा में, वरिष्ठतम नौ बार निर्वाचित विधायक गणपतराव देशमुख को स्पीकर बनने को कहा गया था मगर स्वास्थ्य के आधार पर उन्होंने इस सम्मान को अस्वीकार कर दिया था। इसके बाद सीपीआई (एम) के सात बार के विधायक, जीवा पांडु गावित जोकि उस वक्त दूसरे वरिष्ठतम सदस्य थे, उन्हें प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया था। इस बार देशमुख (93) ने चुनाव नहीं लड़ा, जबकि गावित चुनाव हार गए, ऐसे में थोरात ही सबसे वरिष्ठ विधायक हैं।

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