मुंबई (आईएएनएस)।  महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019 के लिए नामांकन दाखिल करने के अंतिम दिन सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने कई बड़े नेताओं को बड़ा झटका दिया है। दरअसल, भाजपा के कई मंत्रियों और बड़े नेताओं को विधानसभा चुनाव के लिए इस बार टिकट नहीं मिला है। पार्टी की तरफ से जारी चौथी सूची में शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े, ऊर्जा मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले और राज-पुरोहित का कोई जिक्र नहीं है। इसके अलावा दो पूर्व मंत्रियों एकनाथ खडसे और वरिष्ठ नेता प्रकाश मेहता को भी पार्टी की तरफ से नामांकन पत्र भरने से वंचित कर दिया गया है। दिलचस्प बात यह है कि तावड़े, पुरोहित और मेहता, मुंबई बीजेपी इकाई के पूर्व अध्यक्ष भी रह चुके हैं।

खडसे की जगह उनकी बेटी को मिला टिकट

बताया जा रहा है कि मेहता घाटकोपर पूर्व विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के आधिकारिक उम्मीदवार पराग शाह के खिलाफ निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल कर सकते हैं। मेहता के समर्थकों ने शुक्रवार को टिकट ना मिलने पर अपनी नाराजगी व्यक्ति की। उन्होंने नामांकन दाखिल करने जा रहे पराग शाह की गाड़ी पर हमला कर दिया। वहीं,  बीजेपी ने खडसे की जगह उनकी बेटी रोहिनी खडसे को मुक्तईनगर निर्वाचन क्षेत्र से खड़ा किया गया है। पार्टी के इस फैसले का खडसे ने स्वागत भी किया है। उन्होंने कहा है कि वह पार्टी का पूरा समर्थन करेंगे।

तावड़े की जगह इन्हें मिल सकता है टिकट

इसके अलावा, तावड़े की जगह पार्टी इस बार बोरीवली से सुनील राणे को उतार सकती है, जबकि पुरोहित की जगह राहुल नार्वेकर को कोलाबा निर्वाचन क्षेत्र से खड़ा किया जा सकता है। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे के बेटे नितेश राणे भाजपा में शामिल होने से पहले ही नामांकन दाखिल करने में कामयाब रहे। उन्होंने कांकावली से शुक्रवार को अपना नामांकन पत्र भरा। बता दें कि तावड़े, पुरोहित, खडसे और मेहता का नाम एक या दूसरे घोटालों या अनियमितताओं से जुड़े हैं, जबकि बावनकुले ने अपना ऊर्जा मंत्री का पद बरकरार रखने के लिए पार्टी अध्यक्ष के साथ गलत बर्ताव किया। यही कारण है कि उन्हें भाजपा की तरह से टिकट नहीं दिया गया है। महाराष्ट्र में 21 अक्टूबर को मतदान होगा और मतगणना के नतीजे 24 अक्टूबर को आएंगे।