- शहर के झारखंडी मंदिर, मुक्तेश्वर नाथ, सर्वोदय नगर बिछिया के शिवालयों में उमड़ी रही शिव भक्तों की भीड़

GORAKHPUR: महादेव की आराधना का पावन पर्व महाशिवरात्रि गोरखपुर में भी श्रद्धा व उल्लास के साथ मनाया गया। सुबह से ही शिव भक्तों ने श्रद्धाभाव से पूरे दिन शिवालय में पूजन अर्चन किया। इस बीच तमाम शिवालयों में सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। वहीं घरों में भक्तजनों ने भोलेनाथ का जलाभिषेक कर उन्हें भांग, धतूरा, मदार आदि का भोग लगा पूरे दिन उपवास रखा। कई लोगों ने जलाभिषेक के साथ-साथ एक हजार लीटर से ज्यादा दुग्धाभिषेक भी कराया।

मंदिरों में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़

बता दें, फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाने वाले भगवान शिव की उपासना का महापर्व, महाशिवरात्रि अपना एक अलग महत्व रखता है। शहर केलगभग सभी शिव मंदिरों में महाशिवरात्रि को लेकर विशेष तैयारियां की गईं थी। महादेव झारखंडी, गोरखनाथ, राप्तीनगर शिव मंदिर, सर्वोदय नगर बिछिया, मुक्तेश्वरनाथ मंदिर समेत तमाम मंदिरों में विशेष साफ-सफाई के बीच शिव भक्तों ने जलाभिषेक किया। शिवालयों में शिव भक्तों की भारी भीड़ के मद्देनजर व्यवस्थाएं की गई थीं। मंदिरों के बाहर भोलेनाथ की पूजा में प्रयुक्त होने वाले विशेष सामान, गन्ना, बेलपत्र, भांग, धतूरा, मदार आदि बेचने वालों की दुकानें भी सजी रहीं। महिला, पुरुष समेत छोटे-छोटे बच्चे पूजा के विशेष सामान खरीदते नजर आए। लोग शिव की पूजा-अर्चना कर मनोवांछित कामना की पूर्ति के लिए प्रार्थना करते नजर आए।

महाशिव योग में हुई पूजा

इस वर्ष महाशिवरात्रि महाशिवयोग में होने का कारण शिव भक्तों की जबरदस्त भीड़ दिखाई दी। आचार्य पं। शरद चंद्र मिश्र ने बताया कि इस बार महाशिवरात्रि सोमवार को पड़ी। ऐसे में सूर्योदय सुबह 6.13 बजे व त्रयोदशी तिथि सायं 4.10 बजे तक रही। श्रवण नक्षत्र दिन में 12.07 बजे तक रहा। इसलिए धनिष्ठा नक्षत्र, परिध योग दिन में 1.41 बजे तक रहा। बाद में शिवयोग, प्रदोष काल संपूर्ण रात्रि पर्यंत विद्यमान रहा। चंद्रमा की स्थिति मकर राशी पर थी इसलिए इस दिन का विशेष महत्व है। सोमवार के स्वामी भगवान शिव स्वयं हैं, इसलिए सोमवार को भगवान शिव का व्रतार्चन करने वाले शिव भक्तों को मनवांछित फल प्राप्त होगा।