-सर्किट हाउस में बैठक के दौरान महिला आयोग की उपाध्यक्ष ने दिखाए कड़े तेवर

PRAYAGRAJ: उप्र राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह ने गुरुवार को सर्किट हाउस में बैठक के दौरान कड़े तेवर जाहिर किए। उन्होंने कहा कि शेल्टर होम में दस वर्ष, 10 से 14, 14 से 18, शादीशुदा, गर्भवती आदि महिलाओं को अलग-अलग रखा जाए। ताकि उन्हें असुविधा का सामना नहीं करना पड़े। इसी तरह शेल्टर्स में रहने वाले बच्चों के पास आई कार्ड, आधार कार्ड और ब्लड ग्रुप होने चाहिए।

महिलाओं को किया जाए जागरुक

उपाध्यक्ष ने कहा कि सभी एनजीओ अपने ऑफिसों में पंजीकरण वैधता का सर्टिफिकेट जरूर लगाएंगे। वृद्धा आश्रमों के कर्मचारियों को बायो डाटा रखा जाए। वहां पर सुविधाओं को भी दुरुस्त रखा जाए। जो भी योजनाएं चलाई जा रही हैं उनका कैंप समय-समय पर लगाया जाए। उन्होंने कहा कि लोगों को महिला जनसुनवाई के बारे में जानकारी दी जाए। बहुत सी महिलाएं जानकारी होने के बावजूद कैंप में पहुंच नही पाती हैं। इसके अलावा उन्होंने संबंधित अधिकारियों से भी विभिन्न मामलों को लेकर पूछताछ की। उन्होंने कहा कि अभी तक जो भी लापरवाही हो रही थी उसे अब खत्म कर देना चाहिए। क्योंकि शिथिलता बरतने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी निश्चित है।