- प्रमुख सचिव उर्जा के नाम पर ठग ने की थी कॉल

- यूपी और राजस्थान में कर चुके वारदात, टीम ने तीन को किया अरेस्ट

LUCKNOW: प्रमुख सचिव उर्जा के नाम पर कॉल करके कांट्रेक्टर मोबीन अहमद से 10 लाख रुपये की ठगी करने वाले तीन जालसाजों को साइबर क्राइम सेल और तालकटोरा पुलिस ने गोरखपुर से गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से कई फर्जी दस्तावेज बरामद हुए हैं। गिरोह के सदस्य आलाधिकारियों के नाम से कॉल करके कई लोगों को अपनी ठगी का शिकार बना चुके हैं। आरोपियों ने कई राज्यों में वारदातों को अंजाम दिया है। गिरोह का मास्टरमाइंड फरार है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।

प्रमुख सचिव ऊर्जा के नाम पर की ठगी

राजाजीपुरम निवासी कांट्रेक्टर मोबीन अहमद ने 17 अगस्त को तालकटारो थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पीडि़त ने पुलिस को बताया था कि 16 अगस्त को उनके पास राजाजीपुरम नगरीय खंड के अधिशासी अभियंता एके सिंह के नाम से कॉल पहुंची। कॉल करने वाले ने कहा कि यूपीपीसीएल के चेयरमैन और प्रमुख सचिव उर्जा से बात कर लो। आरोपी ने खुद को प्रमुख सचिव उर्जा आलोक कुमार बताते हुए अभियंता से बिहार में अपने रिश्तेदार को तत्काल मदद के तौर पर 10 लाख रुपये भिजवाने के लिए कहा।

पश्चिम बंगाल से बैठकर कर रहे थे फ्राड

अभियंता ने कांट्रेक्टर मोबीन से खाते में दस लाख रुपये भेजने को कहा। इस पर मोबीन ने पैसे ट्रांसफर कर दिये। इसके कुछ देर बाद दोबारा जालसाज ने कॉल करके खाते में पांच लाख रुपये और जमा करने के लिए कहा। साथ ही जल्द ही वापस करने का झांसा भी दिया। इस पर कांट्रेक्टर को शक हुआ तो छानबीन शुरू की। पड़ताल में सामने आया कि पीडि़त के साथ ठगी हो गई है। पीडि़त ने ठगी की शिकायत पुलिस से की। इस पर साइबर क्राइम सेल और तालकटोरा पुलिस छानबीन में जुट गई। एएसपी क्राइम दिनेश पुरी के मुताबिक सर्विलांस की मदद से जालसाजों के बारे में जानकारी जुटाई गई। सामने आया कि गिरोह पश्चिम बंगाल और बिहार में सक्रिय है।

मुजफ्फरपुर में खुलवाया था बैंक अकाउंट

जालसाजों ने मुजफ्फरपुर स्थित एक बैंक में खाता खुलवा रखा था। ठगी की रकम उस खाते में मंगवाते थे। इसके बाद निकाल लेते थे। जांच टीम ने उस बैंक में जाकर जालसाजों के बारे में पता करने के लिए सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की। फुटेज में दिखे संदिग्धों की पहचान बैंक कर्मियों से कराई गई। सर्विलांस की मदद से पुलिस को पता चला कि जालसाजी करने वाला गिरोह मुजफ्फरपुर से गोरखपुर चला गया है। वह वहां किसी बड़ी वारदात करने के लिए गया है।

मास्टर माइंड अभी फरार

प लिस टीम ने गोरखपुर पहुंच कर ठगी करने वाले गिरोह तीन लोगों को सर्विलांस की मदद से पकड़ लिया। पकड़े गए आरोपियों ने अपना नाम बिहार के पूर्वी चम्पानर, मोतिहारी निवासी सत्यदेव उर्फ पेंटर, बिहार के मुजफ्फरपुर निवासी राम कुमार उर्फ रामू और प्रशांत कुमार उर्फ मिट्ठू बताया। गिरोह का मास्टरमाइंड बिहार का मुजफ्फरपुर निवासी नीरज सिंह उर्फ नीरज पांडेय उर्फ चुन्नू फरार है। पुलिस टीम उसकी तलाश में जुटी है।

यूपी और राजस्थान में कर चुके वारदात

पकड़े गए जालसाजों ने बताया कि वह सरकारी विभागों के बड़े अधिकारी बनकर लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाते थे। उन लोगों ने न्यायिक अधिकारी बनकर भी ठगी की है। जालसाज राजस्थान, बिहार, यूपी समेत अन्य राज्यों में ठगी की वारदातें कर चुके हैं। गिरोह के सदस्य लोगों को कॉल करके उन्हें अपने जाल में फंसाते हैं।