संयुक्त राष्ट्र (पीटीआई)। मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मुहम्मद ने संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर का मुद्दा उठाया। महातिर ने कहा कि भारत ने जम्मू कश्मीर पर कब्जा कर रखा है और उसे इस मुद्दे को सुलझाने के लिए पाकिस्तान के साथ बात करनी चाहिए। संयुक्त राष्ट्र आमसभा में शुक्रवार को अपने संबोधन में महातिर ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में कार्रवाई करने के भारत के अपने कारण हो सकते हैं, लेकिन यह अभी भी गलत है। महातिर ने बाद में प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बातचीत से इस मुद्दे को सुलझाने का सुझाव दिया था, लेकिन मोदी ने कोई वादा नहीं किया। बता दें कि कश्मीर पर इस तरह का बयान देकर महातिर बुरा फंस गए हैं। ट्विटर पर भारतीय यूजर्स ने उनके इस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है।

जम्मू-कश्मीर के इतिहास को पढ़ें
ट्विटर पर एसएस सिंह ने ट्विटर पर प्रधानमंत्री महातिर मुहम्मद को जवाब देते हुए लिखा है, 'हम आपसे अनुरोध करते हैं कि आप संकल्पों को ठीक से पढ़ें, अगर आप इसे समझ नहीं पा रहे हैं तो कुछ विशेषज्ञों की मदद लें।जम्मू-कश्मीर के इतिहास और उसके बाद के घटनाक्रम व समझौतों को पढ़ें। खैर, भारतीयों को अब मलेशिया जाने से पहले दो बार सोचना चाहिए।पहले जाकिर नाइक और अब ये। शर्म करो।'


अब बर्बाद करने का समय

वहीं संजीव कुमार ने ट्विटर पर लिखा है, 'आतंकवादियों का समर्थन करने वाले को अब बर्बाद करने का समय आ गया है। भारत को मलेशिया से इम्पोर्ट और एक्सपोर्ट बंद कर देना चाहिए।'


नहीं किया जा सकता है स्वीकार
एसएन मिश्रा ने ट्वीटर पर पीएम महातिर को जवाब देते हुए लिखा है, 'आप भारत के आंतरिक मामले में हस्तक्षेप कर रहे हैं और इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता है। राष्ट्र हित के लिए क्या किया जाए, यह बताने वाले आप होते कौन हैं?

अनुच्छेद 370 खत्म करना भारत का आंतरिक मामला
भारत ने संयुक्त राष्ट्र में साफ कर दिया है कि अनुच्छेद 370 खत्म करना उसका आंतरिक मामला है। बता दें कि ये वही महातिर मुहम्मद हैं जिन्होंने नफरत फैलाने वाले इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाइक को शरण दे रखा है। मनी लांड्रिंग मामले में नाइक की तलाश है, जो 2016 में भारत से फरार हो गया था।

 

 

 

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