कानपुर। हरियाणा में एक बड़ा अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां  60 वर्षीय राम मेहर ने संवाददाताओं से कहा कि वह कंधे के दर्द से परेशान थे। ऐसे में वह एमआरआई कराने के लिए पंचकूला के सिविल अस्पताल गए थे। मेहर ने कहा कि तकनीशियन ने उन्हें बताया कि इसमें 10-15 मिनट लग सकते हैं। मिड डे में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक उन्हें एमआरआई मशीन के अंदर लिटा दिया गया।वह मशीन के अंदर लावारिस से पड़े थे। उनकी सांस फूल रही थी और लेकिन उन्हें निकालने के लिए कोई नहीं अाया था।

मशीन की बेल्ट को तोड़कर बाहर निकले थे राम मेहर

पीड़ित राम मेहर ने कहा कि वह बाहर निकलने के लिए काफी कोशिश कर रहे थे लेकिन बेल्ट बंधी होने की वजह से नहीं निकल पा रहे थे। करीब आधे घंटे से अधिक ज्यादा की मशक्कत के बाद किसी तरह मशीन की बेल्ट को तोड़ने में कामयाब हुए। इसके बाद बाहर निकल पाए। राम मेहर ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और अस्पताल की सीसीटीवी फुटेज देखने की बात कही है। हालांकि अस्पताल इन आरोपों से इनकार कर रहा है। अस्पताल ने कहा है कि तकनीशियन द्वारा ही मरीज को मशीन से बाहर निकाला गया है।

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स्वास्थ्य मंत्री ने घटना की रिपोर्ट देने का आदेश दिया

अस्पताल ने कहा कि रोगी राम मेहर को पहले ही सूचित कर दिया गया था कि उसका स्कैन देर तक भी चल सकता है। वह काफी घबराया हुआ था। वहीं इस मामले को लेकर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने हेल्थकेयर के महानिदेशक को घटना की रिपोर्ट तैयार करने का आदेश दिया है। पंचकूला सेक्टर के स्टेशन हाउस ऑफिसर- 5 पुलिस स्टेशन राजीव मिगलानी का कहना है कि कि पुलिस अस्पताल द्वारा की जा रही जांच की रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। ऐसे में जांच रिपोर्ट के नतीजों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

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