सीरिया जाने में मदद कर रहा
इस पूरे मामले में विदेश मंत्री मेवलुत कावुसोग्लु ने कल गुरूवार को बताया कि तुर्की ने एक संदिग्ध खुफिया एजेंट को गिरफ्तार किया है. जो ब्रिटिश छात्राओं को इस्लामिक स्टेट (आईएस) में शामिल होने के लिए तुर्की के रास्ते सीरिया जाने में मदद कर रहा था, लेकिन अब वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया है. हालांकि उन्होंने गिरफ्तार जासूस के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी है, लेकिन इतना जरूर इशारा कर दिया है कि वह जासूस न तो अमेरिका से है और न ही यूरापीय संघ से. जिससे अब उस एजेंट के बारे में भ्रम है कि आखिर वह कहां से ताल्लुक रखता है. 

1,000 तुर्क आतंकवादी IS में शामिल
वहीं ब्रिटिश पुलिस ने बताया कि लंदन की तीन ल़डकियां IS में शामिल होने के लिए फरवरी में तुर्की के रास्ते सीरिया गई थीं. जिसमें 15 वर्षीया अमीरा अबासे और शमीमा बेगम तथा 16 वर्षीया कादिजा सुल्ताना हैं. इसके अलावा लगभग 60 महिलाओं और ल़डकियों ने ब्रिटेन से सीरिया का रास्ता तय किया है. गौरतलब है कि आंक़डे साफ हैं कि इराक और सीरिया में हजारों विदेशी ल़डाके IS और अन्य आतंकवादी संगठनों में शामिल हुए हैं. बससे खास बात यह है कि जिनमें से अधिकतर लोग तुर्की के रास्ते से गुजरे हैं. अभी हाल ही में तुर्की के पीएम ने कहा था कि 1,000 तुर्क आतंकवादी IS में शामिल हुए हैं. इसके अलावा आईएस के पास युवा और कमजोर इच्छाशक्ति की महिलाओं को निशाना बनाने के लिए एक विशेष अभियान है.

सीरिया जाने में मदद कर रहा
इस पूरे मामले में विदेश मंत्री मेवलुत कावुसोग्लु ने कल गुरूवार को बताया कि तुर्की ने एक संदिग्ध खुफिया एजेंट को गिरफ्तार किया है. जो ब्रिटिश छात्राओं को इस्लामिक स्टेट (आईएस) में शामिल होने के लिए तुर्की के रास्ते सीरिया जाने में मदद कर रहा था, लेकिन अब वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया है. हालांकि उन्होंने गिरफ्तार जासूस के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी है, लेकिन इतना जरूर इशारा कर दिया है कि वह जासूस न तो अमेरिका से है और न ही यूरापीय संघ से. जिससे अब उस एजेंट के बारे में भ्रम है कि आखिर वह कहां से ताल्लुक रखता है. 


1,000 तुर्क आतंकवादी IS में शामिल
वहीं ब्रिटिश पुलिस ने बताया कि लंदन की तीन ल़डकियां IS में शामिल होने के लिए फरवरी में तुर्की के रास्ते सीरिया गई थीं. जिसमें 15 वर्षीया अमीरा अबासे और शमीमा बेगम तथा 16 वर्षीया कादिजा सुल्ताना हैं. इसके अलावा लगभग 60 महिलाओं और ल़डकियों ने ब्रिटेन से सीरिया का रास्ता तय किया है. गौरतलब है कि आंक़डे साफ हैं कि इराक और सीरिया में हजारों विदेशी ल़डाके IS और अन्य आतंकवादी संगठनों में शामिल हुए हैं. बससे खास बात यह है कि जिनमें से अधिकतर लोग तुर्की के रास्ते से गुजरे हैं. अभी हाल ही में तुर्की के पीएम ने कहा था कि 1,000 तुर्क आतंकवादी IS में शामिल हुए हैं. इसके अलावा आईएस के पास युवा और कमजोर इच्छाशक्ति की महिलाओं को निशाना बनाने के लिए एक विशेष अभियान है.

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