लंदन (आईएएनएस)। एक स्कूली लड़की की हत्या में संदिग्ध स्टीफन निकोलसन नाम के एक ब्रिटिश व्यक्ति को सिर्फ इसलिए जेल भेज दिया गया क्योंकि वह हत्या की जाँच-पड़ताल के दौरान पुलिस के साथ अपना फेसबुक पासवर्ड साझा करने से इंकार कर दिया। दरअसल, इस साल 26 जुलाई को 13 वर्षीय लुसी मैकहुग की चाकू घोंप कर हत्या दी गई थी और इस मामले में तहकीकात के दौरान स्टीफन से जब उसके फसबूक अकाउंट का पासवर्ड मांगा गया तो उसने देने से साफ इंकार कर दिया। पुलिस का कहना है कि स्टीफन ने पासवर्ड साझा न करके कानूनी जांच में बाधा डाला, जो एक अपराध है।

प्राइवेट मैसेज पढ़कर कुछ पता लगाना चाहती थी पुलिस
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस स्टीफन के पर्सनल मैसेजों को पढ़कर यह पता लगाना चाहती थी कि उसने बच्ची की हत्या से पहले उसे कोई संदेश भेजा था या नहीं। स्टीफन को रेगुलेशन ऑफ इन्वेस्टिगरी पॉवर एक्ट (आरआईपीए) के तहत दोषी ठहराते हुए 14 महीने की सजा सुनाई गई है। आरआईपीए के तहत, पुलिस को किसी भी अपराध की जांच के दौरान लोगों के फोन, कंप्यूटर या किसी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का इस्तेमाल करने के लिए पासवर्ड बताने की शक्ति मिलती है। अगर जो भी व्यक्ति पासवर्ड का खुलासा नहीं करता है तो उसे दो साल तक की सजा होती है। लंदन के एक वकील सैंडर्स लॉ ने कहा, पुलिस राष्ट्रीय सुरक्षा और किसी भी अपराध को रोकने या उस तक पहुंचने में किसी से पासवर्ड पूछ सकती है, यह कानून के दायरा में आता है।

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