कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। मैनचेस्टर सिटी ने पेनाल्टी शूटआउट में यूरोपा लीग चैंपियन सेविला को हराकर पहली बार यूईएफए सुपर कप का खिताब अपने नाम किया। एथेंस के कारेस्काकिस स्टेडियम में 16 अगस्त को खेले गए फाइनल मुकाबले में निर्धारित समय तक मुकाबला 1-1 से बराबरी पर रहा। एक्स्ट्रा टाइम में भी मैच का नतीजा न निकलने पर मैच पेनाल्टी शूटआउट में पहुंचा। पेनाल्टी शूटआउट में मैनचेस्टर सिटी ने सेविला को को 5-4 से हराकर सुपर कप जीता। आपको बता दें कि यूईएफए सुपर कप का यह 48वां सीजन है। टूर्नामेंट की शुरुआत 1973 में हुई थी। टूर्नामेंट में केवल एक मुकाबला खेला जाता है। यह मुकाबला यूईएफए चैंपियंस लीग (मैनचेस्टर सिटी विजेता) और यूरोपा लीग (सेविला विजेता) के विजेता के बीच खेला जाता है।

बढ़त का नहीं मिला फायदा

सेविला के यूसुफ ए न-नेसिरी (25वें मिनट) ने पहले हाफ में हेडर की मदद से शानदार गोल किया और टीम को बढ़त दिला दी। हालांकि इस बढ़त का उसे फायदा नहीं मिला। मैच के 63वें मिनट में सिटी के कोल पामर ने भी हेडर से गोल करते हुए टीम को बराबरी पर ला दिया और मुकबला पेनल्टी शूटआउट में जा पहुंचा।

पेनाल्टी शूटआउट में चूके नेमान्जा गुडेल

मैच पेनल्टी शूटआउट में पहुंचा तो दोनों टीमों के खिलाडिय़ों ने नौ शॉट तक कोई गलती नहीं की। सिटी की टीम ने लगातार पांच बार गेंद को गोलपोस्ट में डाला। सेविला की टीम चार बार ऐसा कर चुकी थी। उसके लिए पांचवां शॉट लेने नेमान्जा गुडेल मारने आए, लेकिन वह चूक गए और सिटी की टीम चैंपियन बन गई।

कोच गार्डियोला ने रचा इतिहास

पिछले सीजन में इंग्लिश प्रीमियर लीग के साथ-साथ यूईएफए चैंपियंस लीग जीतने वाली मैनचेस्टर सिटी ने कोच पेप गॉर्डियोला के नेतृत्व में 15वां खिताब जीता है। गॉर्डियोला तीन अलग-अलग टीमों के साथ सुपर कप जीतने वाले पहले कोच बन गए। उन्होंने बार्सिलोना के कोच रहते हुए 2009 और 2011 में ऐसा किया था। इसके बाद 2013 में बायर्न म्यूनिख को अपनी कोचिंग में सुपर कप में जीत दिलाई थी।