फिल्म में सरदार खान की भूमिका निभाने वाले अभिनेता मनोज बाजपेई का कहना है कि इस फ़िल्म ने कई लोगों की ज़िंदगियाँ बदल दी हैं। यूँ तो मनोज सालों से इंडस्ट्री में हैं और अपने काम का लोहा एक नहीं कई बार मनवा चुके हैं लेकिन फिर भी वो मानते हैं कि गैंग्स जैसी फिल्म करके उन्हें तो फायदा हुआ ही है साथ ही नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी जैसे कई कलाकारों की तो निकल पड़ी है।

मनोज कहते हैं, ''मैं और मेरे जैसे कलाकारों को बहुत फायदा हो रहा है। वासेपुर के जितने भी कलाकार थे आज सभी बहुत व्यस्त हैं। उनके पास अगले साल तक की डेट्स बुक हैं। चाहे वो राजकुमार यादव हों, जयदीप हों या नवाज़ हों ये सब के सब बहुत व्यस्त हैं। और ये एक बहुत ही अच्छी बात है.''

मनोज कहते हैं अच्छे कलाकारों को काम मिलने के पीछे एक वजह और भी है। वो कहते हैं कि आज की तारीख में इंडस्ट्री में कई निर्देशक आ गए हैं और फिल्मों की संख्या भी बढ़ गई है और सभी के लिए काम है।

आने वाली फ़िल्में

मनोज की ही अगर बात करें तो जल्द ही उनकी दो फिल्में रिलीज़ होने वाली हैं, 'चिट्गोंग' और 'चक्रव्यूह'। दोनों ही फिल्मों की वजह से मनोज इन दिनों चर्चा में बने हुए हैं।

बीबीसी से बात करते हुए मनोज कहते हैं, ''भगवान की कृपा है कि इन दिनों मैं बहुत ही व्यस्त हूँ। इस वक़्त मैं सिर्फ काम कर रहा हूँ। अपनी ज़िन्दगी में मैं इतना व्यस्त कभी नहीं था। मेरे पास कुछ भी सोचने का वक़्त नहीं है। मैं सिर्फ अपने काम पर ही ध्यान दे रहा हूँ.'' अगले हफ्ते रिलीज़ हों रही फिल्म 'चिट्गोंग' में मनोज मास्टर दा का किरदार निभा रहे हैं।

अपने किरदार पर रौशनी डालते हुए मनोज कहते हैं, ''ये गैंग्स के सरदार खान जैसा किरदार बिलकुल नहीं है। ये रोल आपका उस तरह से मनोरंजन नहीं करेगा। फिल्म में मास्टर दा अपने काम से और अपनी चुप्पी से आपको अपने होने का एहसास दिलाते रहेंगे। बच्चे इस फिल्म में ज्यादा महत्वपूर्ण भूमिका में हैं.''

चिट्गोंग 1930 में हुई चिट्गोंग क्रांति पर आधारित फिल्म है। इसका निर्देशन किया है बेदब्रता पाइन ने और फिल्म के निर्माता हैं अनुराग कश्यप। फिल्म में मनोज बाजपेई के साथ साथ नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी भी हैं।

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