- सीएम ने अधिकारियों को एक माह में योजना तैयार करने को कहा

PATNA: राज्य सरकार पर्यावरण संकट से जंग व जल संरक्षण को पूरे सूबे में जल, जीवन और हरियाली अभियान चलाएगी। सीएम नीतीश कुमार ने इसका एलान शनिवार को जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न आपदा की स्थिति पर हुए विमर्श के आखिर में किया। आठ घंटे तक चले इस सर्वदलीय विमर्श में विधानसभा और विधान परिषद के 60 सदस्यों ने अपनी राय रखी और 130 ने अपने लिखित विचार दिए।

जागरूकता के लिए भी चले अभियान सीएम ने कहा कि जलवायु परिवर्तन से जूझने के लिए जरूरत हो तो जागरूकता के लिए भी अभियान चले। लोगों में इस समस्या के प्रति जागृति लानी होगी। नए कदम उठाने होंगे। जल का स्तर गिरता जा रहा है। कई प्रकार की कठिनाई उत्पन्न हो रही है। सभी का जागरूक करना होगा। सभी लोग पर्यावरण में हुए परिवर्तन को महसूस कर रहे हैं।

एक माह में बनाएं योजना

सीएम ने सेंट्रल हॉल में मौजूद मुख्य सचिव सहित तमाम आला अधिकारियों को यह निर्देश दिया कि जल, जीवन और हरियाली अभियान के लिए माह भर के भीतर योजना तैयार करें। इस अभियान के लिए राशि की व्यवस्था लेखानुदान के माध्यम से की जा सकती है। उन्होंने कहा कि इस अभियान के मूल में यह है कि जल की रक्षा हो, जीवन की रक्षा हो और हरियाली की रक्षा हो। इसे योजना का रूप दें और उसका क्रियान्वयन हो। इसे पूरे अभियान की मॉनीटि¨रग के लिए स्वतंत्र ऑथिरिटी बनेगी।

गया और राजगीर ले जाएं पानी

सीएम ने कहा कि बरसात में गंगा का पानी यूं ही बर्बाद हो जाता है। इस जल को गया और राजगीर तक ले जाकर संरक्षित करने की योजना पर काम हो। दिल्ली में जब बाहर से पानी आता है तो यहां यह क्यों संभव नहीं। एक बार गंगा के पानी को गया ले जाने की योजना पर काम शुरू हुआ था पर उसे अव्यवहारिक बता दिया गया। इस पर काम होना चाहिए।

जल स्रोतों की हो रक्षा

सीएम ने कहा कि जल के पारंपरिक स्त्रोत तालाब, पोखर, अहर और पईन को चिन्हित कर उनकी रक्षा की जाए। छोटे काम को पंचायत को दिया जाए और बड़े काम सरकार करे। इन्हें अतिक्रमण से मुक्त कराने का अभियान चलेगा। सार्वजनिक कुंओं को चिन्हित करने का काम शुरू हो गया है। इन्हें बेहतर करना है। साथ ही अन्य लोगों ने भी अपनी बातें रखीं।