- रेप विक्टिम का आरोपी से नहीं हुआ आमना-सामना

- बुधवार को कोर्ट में होगा बयान, डॉक्टर्स से मांगेंगे रिपोर्ट

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र:

रेलवे स्टेशन रोड के होटल में युवती संग गैंग के मामले में नया मोड़ आ गया है। पीडि़त और उसके मददगारों का दावा है कि जेल भेजा गया आरोपित घटना में शामिल नहीं था। पुलिस ने जोर-जबरजस्ती कर किसी अन्य को जेल भेज दिया। पीडि़ता ने अब कहा कि गिरफ्तार आरोपित को जेल भेजने के पूर्व उसका आमना-सामना नहीं कराया गया। उधर, मंगलवार को भी पीडि़त का कलमबंद बयान कोर्ट में नहीं हो सका। स्वास्थ्य ठीक न होने की बात कहकर पीडि़त ने कोर्ट में जाने से इंकार कर दिया। हालांकि बुधवार को कोर्ट में पेश होकर अपना बयान दर्ज कराएगी। हालत में सुधार न होने से उसे जिला अस्पताल से मंगलवार रात तक डिस्चार्ज नहीं किया जा सका। पीडि़त परिजनों ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाया है। पीडि़त परिजनों का दावा है कि गुरुवार शाम साढ़े चार बजे आशीष सिंह ने होटल चेक आउट कर दिया था। जबकि, घटना रात में साढ़े नौ बजे हुई। आरोपित का डीएनए जांच कराने के लिए भी सैंपल कलेक्ट किया गया था। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ठोस साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई हुई।

शुक्रवार को दर्ज कराई थी गैंगरेप की रिपोर्ट

शुक्रवार रात जिला अस्पताल में भर्ती कराई गई शाहपुर की युवती ने गैंगरेप का आरोप लगाया था। पुलिस को सूचना देकर बताया था कि गुरुवार रात दीदी के घर से लौटते हुए वह गोरखनाथ में वह टेंपो की तलाश कर रही थी। तभी दो पुलिस वालों ने उसका अपहरण कर लिया। उनमें एक ने पुलिस की वर्दी पहनी थी। दूसरा सादे कपड़ों में था। उसे किसी कमरे में ले जाकर बंधक बनाकर रेप किया। विरोध करने पर उसके साथ मारपीट भी की। उसे छह सौ रुपए देकर टेंपों से घर भेज दिया गया।

तबियत खराब होने से कोर्ट नहीं गई पीडि़त

विवेचक के साथ मंगलवार को पुलिस टीम पीडि़त को कोर्ट ले जाने पहुंची। लेकिन तबियत ठीक न होने की हवाला देकर उसने कोर्ट में जाने से मना कर दिया। कहा कि तबियत ठीक होने की दशा में वह बुधवार को कोर्ट जाएगी। पुलिस का कहना है यदि पीडि़त बुधवार को कोर्ट नहीं गई तो अस्पताल में कलमबंद बयान दर्ज कराए जाने के लिए मजिस्ट्रेट नियुक्त करने की मांग की जाएगी। पीडि़ता के स्वास्थ्य के बारे में लिखित रिपोर्ट भी डॉक्टरों से मांगी जाएगी।

मिले कई नेता

मंगलवार को भी पीडि़त से मिलने के लिए नेता पहुंचे। लोगों ने कहा कि घटना का सही वर्क आउट नहीं किया गया है। जबकि पुलिस दावा कर रही है कि पकड़े गए आरोपित आलोक कुमार सिंह का दो बार पीडि़ता से सामना हो चुका है। पीडि़ता ने दोनों बार ही उसे पहचाना था। होटल के सीसीटीवी फुटेज को देखकर माना था कि वह गैंग रेप में शामिल था। लेकिन मंगलवार को युवती ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज में जिस व्यक्ति को दिखाया गया था। उसे अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है।

पुलिस का तर्क

होटल के लिफ्ट में लगे सीसीटीवी फुटेज में आलोक की तस्वीर है।

मोबाइल सर्विलांस और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उसकी पहचान हुई।

होटल में जमा आधार कार्ड से आरोपितों तक पहुंचने में पुलिस कामयाब रही।

पीडि़त ने आरोपित को पहचाना है। उसके खिलाफ पुख्ता सबूत भी मिले हैं।

सीडीआर, टॉवर लोकेशन और सीसीटीवी फुटेज कलेक्ट किया गया है।

होटल के गार्ड सहित अन्य से हर बिंदु पर पूछताछ की गई है।

पीडि़त का दावा

गिरफ्तार आरोपी को पीडि़त के सामने नहीं ले जाया गया था।

सीसीटीवी फुटेज में नजर आ रहा युवक घटना में शामिल था।

फुटेज में नजर आ रहे युवक को पुलिस ने अरेस्ट नहीं किया।

घटना के दिन एक आरोपी पुलिस की वर्दी, दूसरा सादे कपड़ों में था।

होटल बुक कराने वाले आशीष सिंह ने गुरुवार की शाम साढ़े चार बजे चेक आउट किया।

अपहरण करके होटल के कमरे में गैंग रेप की घटना गुरुवार की रात साढ़े नौ बजे हुई थी।

वर्जन

घटना से जुड़े सभी तरह के सबूत जुटाए गए हैं। कोर्ट में पीडि़त का बयान कराया जाएगा। उनके बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। यदि वह कोर्ट में नहीं जा सकीं तो मजिस्ट्रेट नियुक्त करने के लिए आवेदन किया जाएगा। आरोपित का शिनाख्त कराने की प्रक्रिया भी अपनाई जाएगी। इसमें सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण पीडि़त का बयान है। डीएनए जांच के लिए सैंपल भी कलेक्ट किया गया है। महिला की सुरक्षा में एक एसआई और महिला कांस्टेबल सहित चार लोगों की ड्यूटी लगाई गई है।

डॉ। कौस्तुभ, एसपी सिटी