RANCHI: झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास सहित झारखंड के कई आईपीएस अधिकारी नक्सलियों के निशाने पर हैं। माओवादियों की दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमिटी का एक पत्र झारखंड पुलिस के हाथ लगा है। इसमें झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास, डीजीपी डीके पांडेय सहित 10 आईपीएस अधिकारियों की हत्या की योजना का जिक्र है। यह पत्र ओडि़शा में सक्रिय माओवादियों के दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमिटी द्वारा लिखा गया है।

परिवार को भी निशाना बनाये जाने का है जिक्र

माओवादियों द्वारा जारी पत्र में पुलिसवालों के परिवार को भी निशाना बनाए जाने का जिक्र है। माओवादियों के अनुसार, पुलिस लगातार उनके परिवारवालों को प्रताडि़त कर रही है। यहां तक कि पुलिस कई कांडों में बेगुनाह लोगों को नक्सली बताकर मार भी रही है। इसलिए जरूरी है कि अपने लोगों के मारे जाने का दर्द पुलिस वालों को भी महसूस हो। इसके लिए उनके परिवार को भी निशाना बनाए जाने की जरूरी है।

समर्थकों को प्रताडि़त करने का आरोप

पत्र में लिखा है कि पुलिस द्वारा माओवादियों से सहानुभूति रखने वाले मानवाधिकार कार्यकर्ता, बुद्धिजीवियों को प्रताडि़त किया जा रहा है। अब इसका बदला लिया जाएगा। यह बदला माओवादियों के सभी जोन के कामरेड यूनिफायड मिशन-2018 के तहत लिया जाएगा।

वर्जन

वीवीआईपी व वीआईपी की सुरक्षा में हमेशा पुलिस सतर्क रहती है और जो धमकी भरा पत्र मिला है, पुलिस उसकी जांच करवा रही है। पुलिस मुख्यालय के अनुसार, सीएम सहित सभी वीवीआईपी की सुरक्षा का मूल्यांकन समय-समय पर किया जाता है और अगर कोई बड़ा थ्रेट रहता है तो उनकी सुरक्षा दोबारा बढ़ाई जाती है।

आशीष बत्रा, प्रवक्ता सह आईजी, झारखंड पुलिस