RANCHI:रांची के निर्भया कांड का राज आरोपी राहुल राज की गिरफ्तारी के साथ ही एक्सपोज्ड हो गया है। सीबीआई ने निर्भया हत्याकांड का खुलासा करते हुए बिहार के राहुल राज उर्फ डोडे को लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया है। राहुल हिस्ट्रीशीटर और रेपिस्ट है उसने देश के कई हिस्सों में अपराध को अंजाम दिया है। सदर थाना क्षेत्र की बूटी बस्ती में 15 दिसंबर 2016 की रात सामूहिक दुष्कर्म के बाद बीटेक छात्रा की हत्या कर दी गई थी। बीटेक छात्रा (रांची की निर्भया) की हत्या बेऊर जेल से फरार अपराधी राहुल राज उर्फ डोडे राज उर्फ राज श्रीवास्तव उर्फ आर्यन उर्फ अंकित (23 वर्ष) ने की है। वह बिहार के नालंदा जिले के एकंगरसराय थाना क्षेत्र के घुरा गांव निवासी ऑटो चालक उमेश प्रसाद का बेटा है। सीबीआई की टीम ने उसे लखनऊ से गिरफ्तार कर प्रोडक्शन वारंट पर रांची पहुंचाया। वह बेऊर जेल से फरार होने के बाद रांची कीबूटी बस्ती में ही छात्रा के घर के पास किराए के मकान में थोड़े दिनों तक रहा था। इसी दौरान उसने इस जघन्य हत्याकांड को अंजाम दिया और फरार हो गया।

रेप के कई कांडों में वांटेड

पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक आरोपी राहुल का आपराधिक इतिहास रहा है। छिनतई, चोरी और छेड़खानी के कई मामले उसके खिलाफ अलग-अलग थानों में दर्ज हैं। उसके खिलाफ लखनऊ में भी दुष्कर्म का मामला दर्ज है साथ ही रेप के अन्य कई कांडों में भी उसके वांटेड होने की बात सामने आ रही है। शनिवार को सीबीआई की टीम उसे प्रोडक्शन वारंट पर लेकर रांची पहुंची। सीबीआई की विशेष अदालत में प्रस्तुत करने के बाद राहुल को छह जुलाई तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। फिलहाल, उसे बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा, होटवार भेजा गया है। अब सीबीआई की टीम उसे रिमांड पर लेकर उसके अन्य साथियों के बारे में जानकारी जुटाएगी।

पेरोल पर छूटने के बाद हो गया था फरार

राहुल के खिलाफ एकंगरसराय थाने में भी वर्ष 2016 में एक मामला दर्ज है। पटना स्थित बेऊर जेल से पेरोल पर एक श्राद्ध कर्म में शामिल होने के लिए वह घर गया था और उसके बाद फरार हो गया था। गिरफ्तार राहुल की मां नालंदा के ही औंगारी गांव में अपने ममेरे भाई के साथ रहती है। राहुल का अपने घर से कोई लेना-देना नहीं है, उसका एक भाई भी अपराधी है।

चैलंज था ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा

15 दिसंबर 2016 की रात रांची की बूटी बस्ती स्थित अपने घर में अकेली मौजूद बीटेक छात्रा की सामूहिक दुष्कर्म के बाद तार से गला घोंटकर हत्या की गई थी। हत्या के बाद छात्रा के चेहरे को मोबिल छिड़ककर जला दिया गया था। रांची पुलिस से लेकर सीआईडी तक ने जिस कांड को चुनौती के रूप में लिया था, उस कांड में दोनों ही विंग शून्य पर रही। इसके बाद 28 मार्च 2018 को सीबीआई ने इस केस को टेकओवर कर मामले में प्राथमिकी दर्ज की थी। इस मामले में स्टेट एफएसएल ही नहीं, सेंट्रल एफएसएल से भी जांच करवाई जा चुकी है। छात्रा से जुड़े छह मोबाइल अब भी पुलिस के पास जब्त हैं। फोरेंसिक की रिपोर्ट में छात्रा की स्वाब जांच में एक ही पुरुष के स्पर्म मिले थे।