Lucknow: सुबह से ही गहमागहमी मची थी। बसपा अध्यक्ष मायावती की मूर्ति को धोया तो साबुन के पानी से जा रहा था लेकिन दूर खड़े हुए लोगों को ऐसा महसूस हो रहा था कि वह दूध है। एक-एक मूर्तियों को चमकाने की जद्दोहजद चल रही थी।
कोशिश यही थी कि धूल का एक कण भी मूर्तियों पर न रह जाए। अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल, कांशीराम इको पार्क और अम्बेडकर पार्क में जिला प्रशासन और पीडब्लूडी के अधिकारी पहुंच चुके थे। संडे होने के बावजूद अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर हाथियों और मायावती की ढकी हुई मूर्तियों से पर्दा हटवाया. 
चुनाव आयोग ने ढंकवाया था
निर्वाचन आयोग के निर्देश आचार संहिता लागू होने के कारण लखनऊ और  गौतमबुद्ध नगर में जगह-जगह ढके गए मुख्यमंत्री मायावती और उनकी पार्टी के चुनाव निशान हाथियों को बेपर्दा करने का काम रविवार सुबह से शुरू हो गया$  मायावती की विशालकाय प्रतिमा को ढकने के लिए उसके चारों ओर लकड़ी से बनाया गया फे्रम भी हटा लिया गया$
चुनाव आयोग ने लखनऊ के जिला निर्वाचन अधिकारियों को कल राज्य विधानसभा के सातवें तथा अंतिम चरण का चुनाव खत्म होने के बाद मायावती और हाथी की मूर्तियों से पर्दा हटाने के निर्देश दिए थे$ इन मूर्तियों को जनवरी में आयोग के आदेश पर ढका गया था.