- 14 वें वित्त आयोग से पास सवा दो सौ टेंडर में अनियमितता पर मेयर ने उठाए सवाल

- सीएम और नगर विकास मंत्री से शिकायत की दी चेतावनी

बरेली : नगर निगम के अफसरों की कार्यकुशलता से तो हर कोई वाकिफ है। अब मेयर डॉ। उमेश गौतम ने 14वें वित्त आयोग की बैठक में पास हुए सवा दो सौ से अधिक निर्माण कार्यो के टेंडरों में बड़ा गोलमाल पकड़ा है। टेंडर आवंटन में ठेकेदारों के साथ मिलीभगत का आरोप लगाते हुए उन्होंने निर्माण विभाग के चीफ इंजीनियर से स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही चेतावनी दी है कि थर्सडे को दोपहर दो बजे तक जबाव नहीं दिया तो सीएम और नगर विकास मंत्री को पत्र लिखकर मामले की विजलेंस जांच कराएंगे।

234 निर्माण कार्य हुए थे पास

चीफ इंजीनियर को दिए नोटिस में मेयर कहा कि 14वें वित्त आयोग की बैठक 16 अगस्त को हुई थी, जिसमें 234 निर्माण कार्य पास किए गए थे। उनके टेंडर अलग-अलग हिस्सों में किए गए हैं। उनके डालने व खुलने की तारीख भी अलग की गई। कई टेंडरों में सिर्फ एक ठेकेदार ने ही निविदा डाली या किसी भी ठेकेदार ने निविदा नहीं डाली। इससे साफ है कि जिन टेंडर में साठगांठ हो गई उन्हें टेंडर दे दिए गए और जिनमें सांठगांठ नहीं हुई उनके लिए दोबारा टेंडर मांगे गए। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में सर्दी बढ़ने पर हॉटमिक्स सड़कों का निर्माण भी नहीं हो सकेगा। प्रस्ताव पास हुए दो महीने बीत चुके हैं लेकिन अब तक निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सके हैं। इसके चलते नगर निगम के साथ ही भाजपा की छवि धूमिल हो रही है।

इन बिंदुओं पर मांगा जवाब

-234 निर्माण कार्य का टेंडर एक ही दिन क्यों नहीं किया गया।

-टेंडर प्रकाशित करने में देरी क्यों की गई।

-टेंडर प्रक्रिया अलग-अलग डेट में क्यों की गई।

-14 वें वित्त आयोग की बैठक में पास कार्य कब तक पूरे होंगे।