- 14 किमी लंबा नाला एक दर्जन से अधिक मोहल्लों को करता है कवर

- सफाई के नाम पर नगर निगम कर देता है खानापूर्ति

Meerut। मानसून शुरू होने वाला है। लेकिन अभी तक शहर के मुख्य नालों की सफाई शुरू नहीं हुई है। आबूनाला भी शहर के मुख्य नालों में आता है। जिससे एक दर्जन से अधिक मोहल्ले प्रभावित होते हैं। हल्की सी बारिश होते ही इन मोहल्लों में जलभराव हो जाता है।

यह मोहल्ले होते है प्रभावित

कैंट क्षेत्र, बेगमपुल, वेस्टर्न कचहरी रोड, मोहनपुरी, फूलबाग कॉलोनी, मंगलपांडे नगर, वैशाली , सम्राट पैलेस, अजंता कॉलोनी, तक्षशिला सहित एक दर्जन से अधिक मोहल्ले प्रभावित होते हैं।

यहां होता है जलभराव

बारिश में आबू नाले का गंदा पानी सड़कों पर आ जाता है। जिसके कारण फूलबाग कॉलोनी, अजंता कॉलोनी, मोहनपुरी सहित अनेक मोहल्लों में घुटनो-घुटनो पानी भर जाता है। जिसके कारण लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

उफन कर चलता है नाला

एक घंटा बारिश होते ही आबू नाला उफन कर चलता है। इसका मुख्य कारण है आबूलेन से होकर काली नदी तक कूड़ा भरा हुआ है। जिसके कारण पानी की निकासी नहीं हो पाती है। बहाव तेज होने के कारण कूड़ा जरूर बह जाता है।

सफाई के नाम पर होती है खानापूर्ति

नालों की सफाई के नाम पर खानापूर्ति की जाती है। क्योंकि हर बार नाला सफाई करने का दावा किया जाता है और हर बार ही जलभराव होता है। हैरत की बात यह है कि नगर निगम भी जलभराव से अछूता नहीं रहता है। बावजूद इसके निगम के अधिकारियों की आंखे नहीं खुलती।

इस बार सतह तक सफाई की जा रही है। कूडे को साथ- साथ उठाया जा रहा है। इस बार लोगों को जलभराव की समस्या झेलनी नहीं पड़ेगी।

हरिकांत अहलूवालिया, महापौर