-एकेटीयू के संबद्ध मैनेजमेंट कॉलेजों में बड़ा खेल

-स्टूडेंट्स की कॉपियों में एक जैसी राइटिंग और गलतियां

-पूरे गोलमाल की जांच के लिए कमेटी गठित

-रिपोर्ट आने के बाद कॉलेजों पर कार्रवाई का डंडा

shyamchandra.singh@inext.co.in

LUCKNOW: डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी यानि एकेटीयू से जुड़े अधिकांश मैनेजमेंट कॉलेज एमबीए में बेहतर रिजल्ट के लिए परीक्षा की कॉपियां ठेके पर लिखवाते हैं। करीब दो सौ कॉलेजों की जांच में सनसनीखेज मामले से परदा उठा है। नोएडा, लखनऊ, मेरठ, गाजियाबाद समेत प्रदेश के कई जिलों के कॉलेजों की परीक्षा कॉपियों की जांच की गई तो स्टूडेंट्स की हैंडराइटिंग एक जैसी मिली। यही नहीं स्टूडेंट्स की गलतियां भी एक जैसी मिलीं। पूरे मामले से पर्दा उठने के बाद एकेटीयू ने आनन-फानन जांच के लिए कमेटी बना दी है।

बीते वर्षो की कॉपियों की स्कैनिंग

एकेटीयू प्रशासन की ओर से कॉलेजों में मैनेजमेंट कोर्स की इंटरनल एग्जाम की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन कर दिया गया है। समिति ने ऐसे सभी कॉलेजों से सेशनल एग्जाम की कॉपियां मांगी गई हैं। कमेटी को पूरे मामले की जांच कर जल्द रिपोर्ट देने को कहा गया है। रिपोर्ट मिलने के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन कॉलेजों के खिलाफ कार्रवाई करेगा।

पहले भी हो चुका है खेल

असल में एकेटीयू से संबद्ध कॉलेजों की ओर से फर्जीवाड़ा का यह कोई पहला मामला नहीं है। इसे पहले भी कॉलेजों ने फर्जी शिक्षकों के नियुक्ति का मामले सामने आ चुके हैं। यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से गठित समिति ने बीते सालों में कॉलेजों में हुई सेशनल एग्जाम की कॉपियां भी मांगी है, जिससे पता लगाया जा सके कि यह खेल कब से चल रहा है।

रद्द हो सकते हैं एग्जाम

एकेटीयू की ओर से गठित समिति की ओर से जांच पूरी होने के बाद सेशनल एग्जाम को रद़्द किया जा सकता है। ऐसे में इन परीक्षाओं को यूनिवर्सिटी अपने लेवल पर दोबारा आयोजित करा सकती है। बता दें कि यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कॉलेजों की ओर से सेशनल एग्जाम में अब अपने स्तर से एग्जामिनर भेजने के निर्देश दिए हैं। अब इन्हीं की निगरानी में सभी कॉलेजों में सेशनल एग्जाम और वाइवा आयोजित होंगे।

यूं पकड़ा गया पूरा खेल

कॉलेजों की ओर से यूनिवर्सिटी प्रशासन को सेशनल एग्जाम के मा‌र्क्स भेजे जाते हैं। इन मा‌र्क्स को यूनिवर्सिटी बाद में एग्जाम के रिजल्ट में अपडेट करती है। एमबीए के लास्ट इयर के सेशनल एग्जाम के जो मा‌र्क्स भेजे गए थे। उनमें ज्यादा स्टूडेंट्स को एक ही तरह के मा‌र्क्स दिए गए थे। ऐसे में यूनिवर्सिटी ने कॉलेजों से सेशनल एग्जाम की कापियां मगाईं थी। जिसकी जांच में यूनिवर्सिटी ने ज्यादातर स्टूडेंट्स की कापियों में एक ही तरह की गलतियां और हैंड राइटिंग पाईं।

पूरा मामला गंभीर है, कॉलेजों के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है। कॉलेजों से एमबीए के सेशनल एग्जाम की कापियां मंगवाई गई है। रिपोर्ट आने के बाद कॉलेजों पर कार्रवाई की जाएगी।

-प्रो। जेपी पांडेय, परीक्षा नियंत्रक

एकेटीयू में कुल कॉलेज 619

इंजीनियरिंग कॉलेज- 619

मैनेजमेंट कॉलेज- 200 (लगभगग)

लास्ट इयर में इंजीनियरिंग छात्र -1 लाख

लास्ट इयर में मैनेजमेंट छात्र करीब 5 हजार